सीतापुर के प्रेम नगर में युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी से विवाद और मानसिक तनाव के चलते उठाया यह कदम। पुलिस जांच में जुटी, मोहल्ले में शोक की लहर।
"चुप्पी की दीवार तोड़ न सका शिवम: टूटे रिश्तों की गूंज बनी जिंदगी की आखिरी चीख"
सीतापुर, उत्तर प्रदेश।प्रेम नगर की एक खामोश गली शनिवार सुबह अचानक सन्नाटे से भर गई, जब शिवम नाम का एक नौजवान अपने ही घर में फंदे से लटका मिला। मोहल्ले के लोग अब भी यकीन नहीं कर पा रहे कि हमेशा हंसते रहने वाला शिवम इतना बड़ा फैसला कैसे कर बैठा।
30 वर्षीय शिवम अवस्थी, जिनकी कुछ महीने पहले ही शादी हुई थी, अपने जीवन की एक अधूरी कहानी छोड़कर चला गया। बताया जा रहा है कि शादी के कुछ समय बाद ही उनकी पत्नी मायके लौट गई थी, और तब से वह वहीं रह रही थी। दोनों के बीच रिश्तों की डोर धीरे-धीरे उलझती चली गई, और कोशिशों के बावजूद ये गांठ सुलझ न सकी।
"उम्मीदें लेकर गया था, टूटकर लौटा..."
शुक्रवार को शिवम अपनी पत्नी से मिलने हरदोई गया था। शायद मन में यही सोच लिए कि कोई रास्ता निकले, कोई नया मोड़ मिले। लेकिन जब बातचीत से समाधान नहीं निकला, तो वो थका-हारा और उदास लौट आया। मोहल्ले वालों ने बताया कि उस रात वो अकेले में था और कुछ ज्यादा ही खामोश लग रहा था।
अगली सुबह जब दरवाज़ा नहीं खुला, तो परिजन घबरा गए। दरवाज़ा तोड़ा गया तो सामने शिवम की वो तस्वीर थी, जो किसी ने न देखी थी, एक मजबूर बेटे, एक टूटे पति और एक थके हुए इंसान की आखिरी छवि।
पुलिस जांच में जुटी, मोहल्ले में पसरा मातम
मौके पर पहुंची सिधौली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्राथमिक जांच में पारिवारिक तनाव को ही कारण माना जा रहा है। पुलिस अब पत्नी पक्ष से भी बात कर रही है ताकि आत्महत्या की असली वजह तक पहुंचा जा सके।
मौन हैं वो दीवारें, जो शिवम की बातें सुना करती थी
इस घटना ने पूरे प्रेम नगर को झकझोर दिया है। पड़ोसी अब भी खामोश हैं, और हर किसी की आंखों में सवाल है "कि वक़्त रहते किसी ने सुना होता तो शिवम आज जिंदा होता?"
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