गोंडा जिले के मनकापुर कस्बे की रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा ने कानपुर में पीजी रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन बोले- कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, NEET परीक्षा का दबाव बन सकता है कारण।
मनकापुर की बेटी का दर्दनाक अंत: NEET की तैयारी कर रही छात्रा ने कानपुर में की आत्महत्या, परीक्षा का दबाव बना शक का कारण
कृष्ण मोहन
गोंडा जिले के मनकापुर कस्बा अंतर्गत शास्त्री नगर मोहल्ले की रहने वाली 20 वर्षीय करीना मिश्रा ने कानपुर में पीजी रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार की लाडली करीना, मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET की तैयारी कर रही थी और आगामी 4 मई को उसका पहला पेपर था। इस हादसे ने पूरे मनकापुर क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।
कानपुर में रहकर कर रही थी तैयारी, मां हाल ही में मिलकर लौटी थीं
करीना, कानपुर के काकादेव क्षेत्र में स्थित एक निजी पीजी (पेइंग गेस्ट) में रहकर कोचिंग ज्वॉइन किए थी। कुछ दिन पहले ही उसकी मां कमलेश मिश्रा मनकापुर से जाकर एक दिन करीना के साथ रहीं और फिर गांव लौट आई थीं। घटना की रात यानी सोमवार को करीब दो बजे स्थानीय पुलिस से करीना के आत्महत्या की सूचना परिजन को मिली, जिसके बाद परिवार रातोंरात कानपुर के लिए रवाना हुआ।
दरवाजा तोड़कर निकाला गया शव, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
काकादेव थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके से जरूरी साक्ष्य जुटाए। पीजी मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ा और करीना के शव को नीचे उतारा। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे कारणों का स्पष्ट होना फिलहाल मुश्किल है।
पढ़ाई का तनाव बना आत्महत्या की आशंका
करीना के चचेरे भाई राकेश मिश्रा के अनुसार, उसने 2024 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी और अगस्त 2024 से NEET की तैयारी में जुटी थी। पुलिस का मानना है कि परीक्षा का दबाव इस फैसले का कारण हो सकता है, हालांकि परिजनों की ओर से किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है।
मनकापुर लौटाया गया शव, पूरे कस्बे में छाया मातम
करीना का पोस्टमॉर्टम कराए जाने के बाद मंगलवार के देर रात शव को परिजन लेकर मनकापुर लौट आए, जहां आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। कस्बे में इस घटना को लेकर गहरा शोक है। करीना परिवार की सबसे छोटी बेटी थी। उसकी विवाहित बड़ी बहन मुंबई में परिवार के साथ रहती है, जबकि भाई भी वहीं एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। पिता का देहांत वर्षों पहले मुंबई में एक हादसे के दौरान हो चुका था।
जांच के बाद ही खुलेगा सच्चाई का पर्दा
काकादेव थानाध्यक्ष मनोज सिंह भदौरिया के मुताबिक, छात्रा के आत्महत्या के पीछे पढ़ाई का दबाव हो सकता है, लेकिन वास्तविक कारणों का पता जांच के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल पुलिस इस मामले में तथ्यों को खंगाल रही है।
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