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फतेहपुर हत्याकांड: ट्रैक्टर की साइड नहीं दी, गांव की सत्ता के लिए एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या

यूपी के फतेहपुर में किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे और भाई की दिनदहाड़े हत्या। जानें कैसे ट्रैक्टर की साइड से शुरू हुआ विवाद खौफनाक नरसंहार में बदल गया।



"फतेहपुर नरसंहार: ट्रैक्टर की 'साइड' नहीं दी... और एक पूरा परिवार उजड़ गया!"

अखरी गांव, फतेहपुर (उत्तर प्रदेश): सुबह की शांति में डूबी हवा अचानक गोलियों की गूंज से कांप उठी। खेतों की मिट्टी में लिपटी जिंदगी कुछ ही पलों में खून से सनी लाशों में तब्दील हो गई। वजह? 'साइड नहीं दी...' लेकिन सच सिर्फ इतना नहीं था।


यह महज रास्ते का झगड़ा नहीं, बल्कि ग्राम पंचायत की सत्ता, सामाजिक वर्चस्व और वर्षों से सुलग रही ब्राह्मणवादी-सामंती सोच की वह चिंगारी थी, जो मंगलवार की सुबह एक पूरे परिवार को भस्म कर गई।


तीन हत्याएं, एक ही परिवार, एक ही समय...


भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिला उपाध्यक्ष पप्पू सिंह (50), उनका इकलौता बेटा अभय सिंह (21) और छोटे भाई रिंकू सिंह (44) बाइक से गांव के बाहर जा रहे थे। लेकिन जैसे ही तहिरापुर चौराहे पर पहुंचे, पूर्व प्रधान पक्ष के ट्रैक्टर सवार हमलावरों ने उन्हें घेर लिया। कुछ ही पल में ताबड़तोड़ गोलियां चलीं और तीनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।


साजिश पहले से रची गई थी?


ग्रामीणों का कहना है कि यह एक योजनाबद्ध हमला था। मृतकों की मां रामदुलारी सिंह अखरी गांव की मौजूदा प्रधान हैं, जबकि मुख्य आरोपी सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू पूर्व प्रधान। पंचायत चुनाव में हार, गांव में घटता राजनीतिक दबदबा और सत्ता की भूख ने सुरेश सिंह को खूनी खेल खेलने पर मजबूर कर दिया।


हमलावरों ने पहले से घात लगाकर हमला किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पप्पू को पहले गोली मारी गई, फिर भाई रिंकू को दौड़ा-दौड़ाकर मार डाला गया। अभय ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे भी नहीं बख्शा गया। तीनों की लाशें एक ही खेत में पड़ी थीं, खून से सना परिवार का भविष्य।


"बेटे को खोया, पति को खोया, अब सिर्फ तस्वीरें बचीं हैं..."


इस घटना ने एक मां, एक पत्नी और एक बहन की पूरी दुनिया उजाड़ दी। रिंकू सिंह की पत्नी मनीषा अब दो मासूम बच्चों के साथ बेसहारा है। पप्पू सिंह का इकलौता बेटा, जिसे उन्होंने मां की मौत के बाद खुद पाल-पोस कर बड़ा किया, अब उनके साथ एक ही चिता पर जल चुका है।


गांव की प्रधान रामदुलारी सिंह – जिन्होंने कभी जनसेवा को जीवन का उद्देश्य बनाया था , अब अपनी ही दुनिया की राख में अकेली खड़ी हैं। बेटे, पोते और भाई – तीनों को एक साथ खो देने का दर्द, उनके चेहरे की खामोशी बयां कर रही है।


गांव बना पुलिस छावनी, लोग मांग रहे एनकाउंटर


घटना के बाद पूरे गांव में तनाव का माहौल है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए उठाने नहीं दिया और कहा "जब तक हत्यारों का एनकाउंटर नहीं होता, अंतिम संस्कार नहीं होगा।"


पुलिस प्रशासन ने हालात संभालने के लिए कई जिलों से फोर्स मंगवाई है। प्रयागराज जोन के ADG भानु भास्कर, IG प्रेम गौतम समेत आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड भी जांच में जुटे हैं।


6 नामजद, तीन गिरफ्तार – अब चलेगा बुलडोजर का कहर?


पप्पू के भाई की पत्नी मनीषा सिंह की तहरीर पर सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू, उसका बेटा पीयूष, भूपेंद्र, विपुल, सज्जन और राहुल पाठक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन सूत्रों के मुताबिक, अब बुलडोजर कार्रवाई की तैयारी है।

अखरी गांव में अब कोई भविष्य की बात नहीं करता... वहां सिर्फ चीखें हैं, मातम है और टूट चुके सपनों की राख...

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