बुलंदशहर के बांसुरी गांव में दिनदहाड़े गोली मारकर युवक की हत्या, दिल्ली से आए शूटर पंकज की गिरफ्तारी। दो साल पुरानी दुश्मनी का खौफनाक अंजाम।
"दिल्ली के किरायेदार की दुश्मनी बुलंदशहर तक पहुँची दो साल पुरानी रंजिश में युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या!"
बुलंदशहर | गांव बांसुरी की दोपहर उस वक्त दहल गई, जब एक युवक को सरेआम गोली मार दी गई। 21 मार्च को हुए इस खौफनाक मर्डर का आखिरकार पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दिल्ली से बुलंदशहर के बांसुरी गांव में दिनदहाड़े गोली मारकर युवक की हत्या, दिल्ली से आए शूटर पंकज की गिरफ्तारी। दो साल पुरानी दुश्मनी का खौफनाक अंजाम आया किरायेदार पंकज, अपने दोस्त राहुल और सोनिया उर्फ सोनू के साथ मिलकर दो साल पुरानी रंजिश का बदला लेने आया था, और गांव की गलियों में एक मासूम को मौत की नींद सुला गया।
पुरानी रंजिश का ताना-बाना: इश्क, अपहरण, जेल और फिर मौत
पूरी कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। सोनिया उर्फ सोनू, जो दिल्ली के नजफगढ़ में पंकज के पड़ोस में रहती थी, उसी ने इस हत्याकांड की पटकथा लिखी। सोनू की बुआ की शादी बुलंदशहर के ग्राम बांसुरी में हुई थी, इसलिए उसका वहां आना-जाना था। दो साल पहले, सोनू के फुफेरे भाई की बेटी उसके साथ चली गई थी, जिससे परिवार में तनाव पैदा हो गया।
इस मामले में सोनू पर अपहरण और पॉक्सो एक्ट का केस दर्ज हुआ और वह जेल चली गई। जेल के दौरान ही उसके सगे भाई आकाश की हत्या हो गई। सोनू को यकीन था कि इस हत्या के पीछे निखिल के भाई तरुण और उसके परिवार का हाथ है।
रिवेंज प्लान: बाइक पर आए, गोली मारी और फरार हो गए
जेल से रिहा होने के बाद, सोनू ने बदला लेने की ठानी। उसने अपने दोस्तों पंकज और राहुल के साथ मिलकर निखिल की हत्या की योजना बनाई।
21 मार्च 2025, दोपहर का समय। सोनू और पंकज बाइक पर सवार होकर गांव बांसुरी पहुंचे। आसपास घूमकर निखिल के बाहर निकलने का इंतज़ार किया। जैसे ही निखिल साइकिल चलाकर सड़क पर आया, उसे रोका और दिनदहाड़े गोली मार दी। निखिल वहीं ढेर हो गया और दोनों आरोपी फरार हो गए।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा- बिहार से दिल्ली और फिर बुलंदशहर
घटना के बाद से पुलिस लगातार छानबीन में जुटी थी। पहले ही राहुल और सोनू को पिस्टल और बाइक के साथ गिरफ्तार किया जा चुका था। अब 10 अप्रैल को मुख्य साजिशकर्ता पंकज को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
पंकज मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है और वर्तमान में दिल्ली के नजफगढ़ में किराए के मकान में रहता था। पूछताछ में उसने हत्या की पूरी साजिश कबूल कर ली है।
बरामद हुआ तमंचा और जिंदा कारतूस
पुलिस ने पंकज की निशानदेही पर एक तमंचा, तीन जिंदा और एक खाली कारतूस बरामद किया है, जो कि हत्या में इस्तेमाल किया गया था।
कौन-कौन थे टीम में शामिल?
थाना प्रभारी जहांगीराबाद: महेन्द्र कुमार त्रिपाठी
उपनिरीक्षक: स्वदेशपाल सिंह व संजीव कुमार
कांस्टेबल: सुखवेन्द्र सिंह, रामपाल शर्मा, विनय कुमार।
पुलिस ने बताया कि अब इस केस में सभी प्रमुख आरोपी सलाखों के पीछे हैं और जल्द ही न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
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