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जलकर खाक हुआ पूरा परिवार: शॉर्ट सर्किट से लगी आग में माँ और दो मासूमों की मौत

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में तड़के सुबह एक भयानक आग ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया। शॉर्ट सर्किट से लगी आग में एक माँ और दो मासूम बच्चों की दम घुटने से दर्दनाक मौत हो गई।



"जब नींद टूटी तो घर राख हो चुका था... एक माँ और दो मासूमों ने इसी आग में अपनी आखिरी सांसें लीं!"

उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में उस सुबह की सर्द हवा में सिर्फ धुआं था… और चीखें। नगर पंचायत हरैया की गल्ला मंडी में एक दर्दनाक हादसे ने सबको झकझोर दिया।

3:40 बजे तड़के, जब शहर के ज़्यादातर लोग गहरी नींद में थे, तभी एक घर में खामोशी से उठी एक चिंगारी ने पूरे परिवार की ज़िंदगी लील ली।


आग नहीं, जानें ले गया धुआं

बताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी। यह परिवार एक मकान की ऊपरी मंज़िल पर एक कमरे में सोया हुआ था। उसी कमरे में माँ पूजा (30), उनकी चार साल की बेटी सौरभी और तीन महीने का बेटा 'बाबा' भी सो रहे थे।

पति सुनील भी वहीं था, लेकिन जागा तब जब बहुत देर हो चुकी थी। धुएं से भरे कमरे में कोई रास्ता नहीं था, न चीख सुनने वाला कोई। तीनों दम घुटने से हमेशा के लिए खामोश हो चुके थे।


लोगों ने की जान बचाने की कोशिश, पर बहुत देर हो चुकी थी

मकान के निचले हिस्से में मौजूद अन्य लोग जब जागे तो ऊपर से धुआं निकलता दिखा। अफरा-तफरी मच गई। लोग तीन-तीन मंज़िल नीचे कूदकर अपनी जान बचाने लगे। कुछ ने पानी की बाल्टियां फेंकी, कुछ ने सीढ़ियों से ऊपर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन आग और धुआं इतना ज्यादा था कि कोई बचा नहीं सका। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने किसी तरह झुलसे सुनील को बाहर निकाला। पर माँ और दोनों बच्चों की सांसें थम चुकी थीं।


सीएचसी हरैया में मिला मौत का सर्टिफिकेट

गंभीर हालत में सुनील को नज़दीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे अयोध्या रेफर कर दिया गया। वहीं, पूजा, सौरभी और बाबा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

डॉक्टर नंदलाल यादव के अनुसार “तीनों की मौत झुलसने से नहीं, बल्कि धुएं से दम घुटने के कारण हुई। उनके शरीर पर जलने के निशान नहीं थे।”


बाजार में पसरा मातम, हर चेहरा गमगीन

जिस गल्ला मंडी में रोज़ाना हज़ारों की भीड़ होती थी, आज वहाँ सन्नाटा पसरा था। हर कोई यही कह रहा था "कल तक हंसते-खेलते परिवार की क्या गलती थी?" दो मासूमों की मौत ने लोगों को अंदर तक हिला दिया। पूरा कस्बा मातम में डूबा है, बच्चों की मौत की खबर सुनकर कई महिलाएं रो पड़ीं।


बिजली विभाग पर उठे सवाल

स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कई बार विद्युत लाइन को शटडाउन करने के लिए फोन किया गया लेकिन फोन नहीं रिसीव किया गया। अगर समय रहते ध्यान दिया जाता, तो शायद ये जानें बच सकती थीं।


प्रशासनिक दौरा और मदद का आश्वासन

घटना की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी मनोज प्रकाश मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और इस हादसे की जांच के आदेश भी दिए।


बड़ी अनहोनी

हरैया की इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है, जब माँ ने आखिरी बार बच्चों को सीने से लगाया होगा, तब शायद उसे भी नहीं पता था कि अगली सुबह उनकी तस्वीरें अखबार की हेडलाइन बन जाएंगी।


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