अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलके पीजी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडेय की अध्यक्षता में बुधवार को कैरियर काउंसलिंग के लिए व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
9 अप्रैल को वनस्पति विज्ञान विभाग एवं कैरियर काउंसिलिंग एण्ड प्लेसमेंट सेल के संयुक्त तत्वाधान में "वानिकी और प्रशासन में कैरियर की खोज, वनस्पति विज्ञान में कैरियर के अवसरों के लिए एक मार्गदर्शिका" विषय पर प्रेरणादायक व्याख्यान महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडेय की अध्यक्षता तथा वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
इस आयोजन ने छात्र छात्राओं को वनस्पति विज्ञान, वानिकी और प्रशासन के क्षेत्रों में कैरियर की संभावनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई और उन्हें अपने भविष्य के मार्ग का चयन करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम की शुरुआत में विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज का ये कार्यक्रम निश्चित ही छात्रों के लिए प्रेरणादायक होगा तथा भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करेगा। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता नम्रिता श्रीवास्तव अपर पुलिस अधीक्षक और मनोज कुमार उप खंड अधिकारी वन विभाग, तुलसीपुर थे ।
वक्ताओं ने अपने अनुभवों और विशेषज्ञता से समृद्ध जानकारी साझा की। श्रीमती नम्रिता ने प्रशासनिक सेवा के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि समय प्रबंधन और ईमानदारी से हम बड़ी से बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं । हमें किताबी ज्ञान के अलावा व्यवहारिक ज्ञान पर भी ध्यान देना चाहिए। उपखंड अधिकारी मनोज कुमार ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से वानिकी और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाया और इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के विभिन्न पहलुओं को साझा किया। उन्होंने इमारती लकड़ियों, मशरूम कल्टीवेशन, मधुमक्खी पालन, तथा वर्गीकरण वैज्ञानिक बनने के लिए छात्रों को प्रेरित प्रोत्साहित किया इसके साथ-साथ उन्होंने विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम में छात्रों को वनस्पति विज्ञान, वानिकी और प्रशासन में कैरियर के विकल्पों के बारे में बताया गया, जिसमें वन संरक्षक, पर्यावरण सलाहकार, वन्यजीव प्रबंधक, और सरकारी अधिकारियों जैसे विभिन्न अवसरों का उल्लेख किया गया। दोनों वक्ताओं ने बताया कि यह क्षेत्र न केवल प्रकृति से जुड़ा है, बल्कि इसमें समाज की सेवा करने और पर्यावरण के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो जे पी पांडेय ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम ने छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा प्रदान की है, जिसमें उन्हें वनस्पति विज्ञान, वानिकी, और प्रशासन के क्षेत्रों में अपने करियर के अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त हुई। इस तरह के प्रेरणादायक व्याख्यान न केवल छात्रों को सही मार्गदर्शन देते हैं, बल्कि उन्हें अपनी शैक्षिक यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए डॉ.मो० अकमल ने, वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रमुख, ने वक्ताओं का आभार व्यक्त किया और छात्रों को इस दिशा में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। विभाग के अतिथि प्रवक्ता विपिन कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का यह व्याख्यान हमें यह समझने का अवसर देता है कि वनस्पति विज्ञान और वानिकी में करियर बनाने के लिए केवल शैक्षणिक योग्यता ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता भी जरूरी है।कार्यक्रम के आयोजन में करियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट सेल के समन्वयक डॉ. बसंत कुमार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने छात्रों को करियर काउंसलिंग के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया और उन्हें शिक्षा तथा रोजगार के बीच संबंध स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने भी इस अद्भुत अवसर का भरपूर लाभ उठाया और कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे, जिससे उनके दिमाग में चल रहे विचारों को स्पष्ट किया जा सका। इस आयोजन ने छात्रों को अपने करियर के विकल्पों के बारे में गहरी सोचने और वनस्पति विज्ञान, वानिकी और प्रशासन के क्षेत्रों में नई संभावनाओं की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ शिव महेंद्र सिंह ने किया । कार्यक्रम में श्रवण कुमार, राहुल यादव, राहुल कुमार, डॉ वीर प्रताप सिंह, सौम्या शुक्ला, राशी सिंह, एंव रिया पांडेय सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
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