उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक आबकारी इंस्पेक्टर का संदिग्ध परिस्थितियों में उनके कार के अंदर खून से लतफथ शव पाया गया, घायल समझ कर इंस्पेक्टर को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया की मौत हो चुकी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहर कोतवाली क्षेत्र में 35 वर्षीय आबकारी इंस्पेक्टर आलोक कुमार श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, उनका शव कार में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर इंक्वायरी शुरू कर दी है।
बांदा में तैनाती: मिली जानकारी के मुताबिक मूल रूप से सीतापुर जिले के शिवपुरी मोहल्ले में रहने वाले आलोक कुमार श्रीवास्तव बांदा जिले में आबकारी निरीक्षक के पद पर तैनात थे। पुलिस को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की गई। मृतक के परिजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटनास्थल पर हड़कंप, पुलिस इंक्वायरी जारी: वारदात की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया, इसके बाद इंस्पेक्टर के शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया गया।
ड्यूटी पर पत्नी: इंस्पेक्टर की पत्नी अमृता श्रीवास्तव बांदा जिले में सहायक आबकारी आयोग के पद पर तैनात है, इंस्पेक्टर सीतापुर आए हुए थे इस दौरान पत्नी ड्यूटी पर मौजूद थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया कि उन्हें सिर्फ इतना ज्ञात हुआ है कि उनके पति की गोली लगने से मौत हुई है।
लॉक थी कार: मीडिया से बात करते हुए मृतक के बेटे आयांक ने बताया कि उसके पिता मंगलवार के सुबह लगभग 5:00 बजे घर से निकले थे, कुछ समय बाद उनकी कार देखी गई, इस दौरान वह लॉक थी, कारीगर को बुलाकर गेट खोला गया तो अंदर उनका शव मिला है, इसके बाद तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों ने देखते ही कहा कि अब वह नहीं रहे।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा रहस्य: मामले में पुलिस का कहना है कि वास्तविक कारण को जानने की कोशिश की जा रही है, आत्महत्या के पीछे क्या कारण थे यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर वास्तविकता सामने आ जाएगी, मामले में गहराई से जांच पड़ताल जारी है, अलग-अलग एंगल से घटना को लेकर पड़ताल किया जा रहा है।
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