हरदोई के भैनगांव में दिल दहलाने वाली घटना, हत्या के पुराने आरोपी को पुलिस की मौजूदगी में भीड़ ने पीट-पीटकर और फरसे से काटकर मार डाला। बदले की आग में झुलसी यह कहानी रूह कंपा देगी।
खौफनाक इंसाफ: पुलिस के सामने ही काट डाला युवक को, गांव में मातम
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है। बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के भैनगांव में सोमवार सुबह एक युवक की भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में ही फरसे से काटकर हत्या कर दी। युवक पर कुछ साल पहले हत्या का आरोप था और वह हाल ही में जमानत पर रिहा होकर गांव लौटा था।
गुनाह का बदला - कानून से नहीं, लहू से!
60 वर्षीय सरपंच महावत पर 14 साल पहले गांव के ही राहुल के पिता की हत्या का आरोप था। उस जुर्म में वह वर्षों जेल में रहा। हाल ही में जेल से छूटकर वह दिल्ली में रह रहा था और सोमवार को पहली बार गांव लौटा था। लेकिन उसके कदम गांव की मिट्टी पर पड़े ही थे कि बदले की आग में जलते लोगों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस देखती रह गई... और भीड़ ने अपना 'न्याय' किया!
युवक को देख गांव में खलबली मच गई। राहुल और उसके परिजन व कुछ ग्रामीणों ने सरपंच को घेर लिया। वह जान बचाकर एक घर में छिप गया, लेकिन किसी ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी। पुलिस जब उसे बाहर निकाल रही थी, तभी भीड़ ने उसे पुलिस से छीन लिया और बेरहमी से पीटने लगी।
फिर... फरसे चले। ताबड़तोड़ वार। चीखें। और देखते ही देखते सरपंच की लाश खून से लथपथ वहीं गिर पड़ी।
हत्या के बदले हत्या ,और कानून बना मूक दर्शक
घटना की सूचना मिलते ही एसपी नीरज कुमार जादौन व एएसपी पश्चिमी समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में ले लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
क्या बदले की भावना अब कानून से ऊपर है?
यह घटना कई सवाल छोड़ जाती है, क्या कोई व्यक्ति अपने पुराने गुनाह की कीमत इस तरह चुकाएगा? क्या अब भीड़ ही कानून का फैसला करेगी? और क्या पुलिस सिर्फ लाशें उठाने तक सीमित रह जाएगी? फिलहाल भैनगांव की गलियों में सन्नाटा पसरा है... लेकिन इस खून की कहानी गांव की हवा में तैर रही है, जो हर दिल को कंपा रही है।
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