गाजीपुर के रेवतीपुर थाने में तैनात दारोगा लल्लन यादव को कोर्ट में रिपोर्ट लगाने के बदले 10 हजार की रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा। पढ़ें पूरी कहानी।
रंगे हाथ धरा गया वर्दी का गुनहगार: 10 हजार की रिश्वत लेते सब-इंस्पेक्टर गिरफ्तार, गाजीपुर पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से एक शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। कानून की रक्षा की शपथ लेने वाला एक सब-इंस्पेक्टर खुद कानून की धज्जियां उड़ाता पकड़ा गया। रेवतीपुर थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर लल्लन यादव को एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई सोमवार को गाजीपुर के रेवतीपुर थाने के पीछे की गई, जहां लल्लन यादव पैसे ले रहे थे।
शिकायतकर्ता ने बिछाया जाल
यह मामला उस वक्त सामने आया जब पीड़ित नंदलाल यादव ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से संपर्क कर शिकायत दर्ज करवाई। नंदलाल का आरोप था कि सब-इंस्पेक्टर लल्लन यादव कोर्ट में रिपोर्ट भेजने के नाम पर उससे 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
एंटी करप्शन टीम ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया और योजना के तहत शिकायतकर्ता को पैसे के साथ भेजा। जैसे ही लल्लन यादव ने पैसे लिए, टीम ने मौके पर छापा मारते हुए उसे रंगे हाथ दबोच लिया।
थाने के पीछे बना 'घूस' का अड्डा
आश्चर्य की बात यह है कि ये सारा लेन-देन थाने के ठीक पीछे किया जा रहा था, जो बताता है कि अपराधी किस हद तक निडर होकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। मगर एंटी करप्शन टीम की मुस्तैदी ने एक और भ्रष्ट अफसर को पकड़कर कानून की गरिमा को बरकरार रखा।
एंटी करप्शन का ‘जीरो टॉलरेंस’ एक्शन
भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उत्तर प्रदेश (वाराणसी इकाई) ने इसे एक बड़ी सफलता मानते हुए पुष्टि की कि आरोपी पुलिसकर्मी को रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।
कहानी अभी बाकी है...
सूत्रों की मानें तो यह पहली बार नहीं है जब लल्लन यादव पर ऐसे आरोप लगे हों। अब देखना यह होगा कि इस गिरफ्तारी के बाद विभागीय कार्रवाई कितनी तेज होती है और क्या कोई बड़ा खुलासा सामने आता है?
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