उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में पुलिस विभाग की गंभीर लापरवाही और सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। यहां अपराध नियंत्रण और आपातकालीन सेवाओं के लिए तैनात डायल 112 की गाड़ी को एक पुलिस अधिकारी के पालतू कुत्ते को अस्पताल पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जनता और प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
बता दें कि सूबे की सरकार ने डायल 112 को 'आपातकालीन सेवाओं में रीढ़' बताते हुए इसे प्राथमिकता दी है। इसका का उद्देश्य महिलाओं, बुजुर्गों और आम नागरिकों को त्वरित सहायता पहुंचाना है। लेकिन मैनपुरी के डायल 112 के इस टीम ने इसके विपरीत होकर विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
क्या हुआ था?:सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मैनपुरी के डायल 112 इकाई के प्रभारी अधिकारी का पालतू कुत्ता बीमार हो गया था। उसे पशु चिकित्सक के पास ले जाने के लिए आपातकालीन वाहन का दुरुपयोग किया गया। इस दौरान गाड़ी में तीन पुलिसकर्मी और ड्राइवर भी मौजूद थे, जिन्हें मूल रूप से जनता की सुरक्षा और अपराध रोकथाम के काम में तैनात होना था। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुत्ते को गाड़ी में बैठाकर अस्पताल ले गए हैं।
मैनपुरी में डायल 112 का कारनामा, वीडियो वायरल होने से हड़कंप, प्रभारी के बीमार कुत्ते को लग्जरी गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल pic.twitter.com/3XQ5bRwBfy
सोशल साइट्स पर तूफान: वीडियो सोशल साइट्स पर आते ही पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया है। यूजर्स ने पूछ रहे है कि क्या डायल 112 गाड़ियां अब पुलिस अधिकारियों के पालतू जानवरों की सेवा के लिए हैं? कई लोगों ने पुलिस विभाग में हाई-एंड संसाधनों का गलत इस्तेमाल बताया है।
शुरू की जांच: मामला गरमाने के बाद मैनपुरी पुलिस ने क्षेत्राधिकारी (CO) को जांच का जिम्मा सौंपा है। जांच पूरी होने पर दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
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