उत्तर प्रदेश के ललितपुर जनपद अंतर्गत सदर कोतवाली क्षेत्र के वंशीपुरा मोहल्ले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 20 वर्षीय अंशिका, जो बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया, वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानिए क्या हुआ घटना के दिन?: रोज की तरह रविवार के सुबह अंशिका ने अपने घर के कामों में पूरा सहयोग किया,उसने पापड़ और चिप्स बनाकर छत पर सूखने के लिए रखे और फिर अपने कमरे में चली गई। इस दौरान उसके मोबाइल पर एक फोन कॉल आया, जो उसके लिए आखिरी कॉल साबित हुआ।
कमरा बदला: परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, अंशिका ने लगभग 29 मिनट 32 सेकंड तक किसी युवक से फोन पर बातचीत की और फिर अचानक छत पर बने कमरे में चली गई। कुछ देर बाद जब घरवालों ने उसे आवाज दी, तो उधर से कोई जवाब नहीं मिला। तब परिजनों ने दरवाजे को कई बार खटखटाया, लेकिन अंदर से मिलने वाली प्रतिक्रिया शून्य रही, तब धक्का देकर दरवाजे को तोड़ा गया, कमरे में अंशिका दुपट्टे के सहारे छत के कुंडी से लटक रही थी।
मौत की गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस: परिजनों के माने तो अंशिका को तुरंत मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, लेकिन वहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने कहा कि उसकी मौत हो चुकी है। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दिया। अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर अंशिका को वह काल किसने किया था? बातचीत के दौरान ऐसा क्या कहा गया कि अंशिका ने ऐसा कदम उठा लिया। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण की पुष्टि हो जाएगी।
बिलख रहे परिजन: अंशिका अपने दो भाइयों की इकलौती बहन थी, वह पढ़ाई में भी होशियार थी। परिवार वालों का कहना है कि वह पिछले चार साल से किसी मानसिक परेशानी से जूझ रही थी। बताया जाता है कि उसकी कई जगह झाड़-फूंक भी कराई गई थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ