अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलके पीजी कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विभाग की शोध छात्रा ज़हीन हसन की शोध मौखिकी राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी 2025 को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सिद्धार्थ नगर के परिसर में प्रो दिव्य दर्शन तिवारी प्राचार्य-गायत्री विद्यापीठ पीजी कॉलेज, रिसिया बहराईच एवं पूर्व विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान एमएलके पीजी कॉलेज, बलरामपुर के शोध निर्देशन में सम्पन्न हुई।
ज़हीन हसन शोध निदेशक डॉ दिव्य दर्शन तिवारी की 19वीं शोध छात्रा हैं। जहीन हसन ने पी-एचडी की डिग्री प्राप्त करके वनस्पति विज्ञान विभाग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। इस अवसर पर मौखिकी परीक्षा हेतु अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वनस्पति शास्त्री प्रो० एन के दूबे (पूर्व विभागाध्यक्ष बीएचयू) द्वारा सम्पन्न हुई। डॉ० ज़हीन हसन ने अपने शोध कार्य, जिसका शीर्षक "Investigation on Community Dynamics and Eutrophic Gradients of Lotic Water Body In Kuwana Forest" है, पर कार्य करते हुए 15 राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय शोध-पत्र प्रकाशित कराया तथा लगभग 25 सेमिनार एवं संगोष्ठियों में प्रतिभाग कर मानवीय गतिविधियो से बलरामपुर की सीमा से सटे कुआना जंगल एवं कुआना नदी की ओर वैज्ञानिकों का ध्यान आकृष्ट कराया। जहीन हसन जाने माने अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मायऐनाज, नाज़मे मुशायरा मरहूम उमर कुरैशी गोरखपुरी की नवासी (नतिनी) एवं राष्ट्रीय निर्णायक पूर्व प्रधानाचार्य फजल-ए-रहमानिया इण्टर कॉलेज पचपेड़वा मो० हसन कुरैशी एवं अफसर हसन (प्रवक्ता बीएचके बाल भारती इण्टर कॉलेज) की सुपुत्री है। शोधकार्य सम्पन्न कराने में एमएलकेपीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो० जेपी पाण्डेय तथा वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० राजीव रंजन एवं डॉ० जेपी तिवारी, डॉ० शैलेन्द्र विक्रम सिंह (पूर्व विभागाध्यक्ष), डॉ० जेएस चौहान, डॉ मोइनुद्दीन अंसारी, डॉ शिव महेन्द्र सिंह का पूर्ण सहयोग एवं आशीर्वाद रहा। साथ ही पूर्व विभागाध्यक्ष जन्तु विज्ञान विभाग डॉ० केके अन्सारी, पूर्व प्राचार्य पूर्व डीन विज्ञान संकाय सिद्धार्थ विश्वविद्यालय डॉ० आरके सिंह, डॉ० पंकज कुमार गुप्ता, प्रो० अशोक कुमार, डॉ० सद्गुरू प्रकाश, डॉ० वर्षा सिंह, डॉ० आशुतोष वर्मा, डॉ० किरन गुप्ता, तथा डॉ० अब्दुल हफीज़ का विशेष योगदान रहा।
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