अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित ओम भवन पर मंगलवार को महर्षि दयानंद की 200वीं जयंती व आर्य समाज स्थापना के 150 वर्ष पूरा होने पर नव वर्ष उत्सव के उपलक्ष में आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में बलरामपुर में चल रहे 21 दिवसीय यज्ञ के बीच बलिदानी पार्क में वेद गोष्ठी का आयोजन हुआ । 64 प्रकार की दिव्य जड़ी बूटियां से निर्मित हवन सामग्री द्वारा संपन्न यज्ञ के पश्चात वेद वेदांग विद्यापीठ गुरुकुल धनपतगंज से आए हुए ब्रह्मचारी प्रवेश आर्य ने वेद की विविध विधाओं में मंत्र पाठ किया! वेद गोष्ठी के मुख्य वक्ता हरिद्वार ज्वालापुर से आये हुए वैदिक प्रवक्ता स्वामी वेदामृतानंद सरस्वती जी रहे ।
25 मार्च को वेदामृतानंद सरस्वती ने अपने संबोधन में बताया कि ऋषि दयानंद को गुरुवर विरजानंद का पता 1856 में चला था, परन्तु अत्यंत ज्ञान पिपासु होने के बावजूद पढ़ने के लिए उनके पास 1860 में गए। इन चार वर्षों में देशभक्त दयानंद क्रांतिकारियों का संगठन करके उनमें देशभक्ति की ज्वाला भर रहे थे। इतिहास गवाह है कि स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले 85% आर्य समाजी थे। इसी कारण अंग्रेजों एवं मुगलों के षडयंत्र के कारण ही नन्हीं बाई के द्वारा ऋषि को उनके रसोइए जगन्नाथ द्वारा जहर दिया गया । डॉक्टर भी अंग्रेज तथा मुसलमान लगाए गए, ताकि ऋषि को स्लो पॉयजन लगातार देते हुए उन्हें मृत्यु के मुंह में धकेला जा सके । ऋषि की घोषणा थी कि अपना राज्य कैसा भी हो, विदेशियों से अच्छा ही होगा। इससे अंग्रेज चिढ़े हुए थे, तथा षडयंत्र करके उनकी हत्या कराई। वायसराय के समक्ष भी ऋषि ने अंग्रेजी राज्य के शीघ्र समाप्त होने की प्रार्थना परमात्मा से करने की बात कही थी । आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के प्रचार मंत्री आर्य अशोक तिवारी ने आगामी कार्यक्रम के बारे में बताया कि ओम भवन में जहां सुबह शाम यज्ञ तथा प्रवचन चलता रहेगा तो वही गुरुकुल श्रावस्ती में 27 फरवरी से 3 मार्च तक बालक बालिकाओं को शस्त्र और शास्त्र का प्रशिक्षण दिया जाएगा और 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिला के संचालक तथा भारत व नेपाल देश के आर्यवीर गुरुकुल श्रावस्ती पहुंचेंगे तथा शाम को उनका सामूहिक सत्र चलेगा । इसके बाद चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तदनुसार 30 मार्च को प्रातः 10:00 बजे से गुरुकुल श्रावस्ती से बलिदानी पार्क बलरामपुर तक 21 किलोमीटर हवन,भजन तथा शौर्य प्रदर्शन करते हुए आर्य वीरों की विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी जिसमें सचल यज्ञशाला मुख्य आकर्षण होगा । यज्ञशाला में जहां गुरुकुल के ब्रह्मचारी लगातार वेद मंत्र पाठ करते रहेंगे तो वही 21 प्रमुख स्थानों पर सनातन प्रेमी पुष्प वर्षा, सूक्ष्म जलपान आदि के द्वारा शोभायात्रा का स्वागत करेंगे तथा सचल यदि शाला में आहुति देंगे । बलिदानी पार्क बलरामपुर में आकर शोभायात्रा समाप्त हो जाएगी । इसके बाद 3 अप्रैल को शिविर का दीक्षांत समारोह अर्थात समापन किया जाएगा और 4 अप्रैल को ओम भवन में यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा । वेद गोष्ठी के मुख्य अतिथि पूर्व सदर विधायक धीरेन्द्र प्रताप सिंह व विशिष्ट अतिथि राज बहादुर यादव रहे । इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में स्वामी आत्मानंद, रामदेव आर्य, अरुण आर्य, मनोज आर्य, सुरेन्द्र तिवारी व मीडिया बंधुओं सहित तमाम लोग उपस्थित रहे ।
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