अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एमएलके पीजी कॉलेज में संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन शुक्रवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए ।
7 मार्च 2025 को राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई 1, 2, एवं 3 के सप्त दिवसीय विशेष शिविर जो कि उच्च प्राथमिक विद्यालय गंगाडीह, बलरामपुर में तथा इकाई 4 के विशेष शिविर जो प्राथमिक विद्यालय मुसीबतपुरवा बलरामपुर में संचालित हो रहा है । उसके द्वितीय दिवस का मुख्य विषय ‘करें योग रहे निरोग’ रहा और शिविर का शुभारम्भ योगाभ्यास से हुआ । योग प्रशिक्षक के रूप में डॉ स्वदेश भट्ट (मनोविज्ञान विभाग) और डॉ सुनील कुमार शुक्ल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे तथा अपने निर्देशन में उन्होंने स्वयंसेवकों को कई योगासन जैसे अनुलोम विलोम, भ्रामरी, ताड़ासन आदि करवाए ।
शिविर के प्रथम सत्र की शुरुवात वैदिक मंगलाचरण एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ । इसके पश्चात् स्वदेश भट्ट तथा डॉ सुनील कुमार शुक्ल ने अपने सम्बोधन मे योग गुरु महर्षि पतंजलि के व्यक्तित्व एवम कृतित्व पर प्रकाश डाला । इकाई चार के कई स्वयं सेवकों ने भी योग का हमारे जीवन में महत्व विषय पर निबंध लिखा तथा कुछ स्वयं सेवकों ने इस पर अपने विचार व्यक्त किये । शिविर के दुसरे सत्र का मुख्य विषय सामाजिक कुरीतियाँ रहा जिसमे शासन की मंशा के अनुरूप नशा मुक्ति तथा दहेज मुक्त भारत विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी. स्वास्थ्य विभाग से आये हुए अतिथियों मुख्यतः आलोक सिंह, जावाज, एकता श्रीवास्तव, ओमप्रकाश, निक्की, दिलीप कुमार, नाशीर खान आदि ने दोनों शिविरों में जाकर स्वयंसेवक तथा स्वयंसेवीकाओ को नशे के दुष्परिणाम के बारे मे बतलाया ।
इकाई चार में डॉ स्वदेश भट्ट ने ध्यान का अभ्यास करा कर उसके हमारे जीवन पर पड़ने वाले सकारत्मक प्रभावों के बारे में भी बताया । मुख्य वक्ता के रूप मे अपने सम्बोधन मे डाॅ श्री कृष्ण त्रिपाठी ने स्वयंसेवक तथा स्वयंसेवीकाओ से महात्मा गांधी के द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन के समय चलाए गए असहयोग तथा सविनय अवज्ञा आंदोलन के समय नशा मुक्ति कार्यक्रमो के बारे मे संक्षेप मे जानकारी दी । डॉ त्रिपाठी ने कहा कि महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा सत्य के साथ प्रयोग मे लिखा है कि शराब मनुष्य के शरीर तथा आत्मा दोनों का नाश करती है । उन्होने स्वयंसेवकों तथा स्वयंसेवीकाओ से कहा कि वे समाज मे इस विषय से संबंधित जागरूकता का प्रचार करें । डॉ प्रखर त्रिपाठी ने दहेज़ प्रथा के कुप्रचलन और उससे होने वाले सामाजिक नुकसानों को रेखांकित किया । द्वितीय सत्र में स्वयंसेवकों के मध्य इन्ही विषयों पर निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजना किया गया । तत्पश्चात, स्वास्थ्य विभाग के दिलीप कुमार के द्वारा नशा मुक्ति के लिए स्वयंसेवक तथा स्वयंसेविकाओं को शपथ ग्रहण कराया गया । इससे पूर्व प्रथम तथा द्वितीय सत्र मे राष्ट्रीय सेवा योजना के ईकाई एक ,दो तथा तीन के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ आलोक शुक्ल, डॉ रमेश शुक्ल, डॉ अनामिका सिंह तथा इकाई 4 से डॉ जितेन्द्र कुमार ने मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत बैच लगाकर किया । आज के कार्यक्रम मे डॉ प्रखर त्रिपाठी, डॉ राहुल विसेन, डॉ पवन सिंह, डाॅ बी एल गुप्ता, डाॅ अभय नाथ ठाकुर, सुरेश कुमार आदि उपस्थित थे । स्वयसेवक एवम स्वयंसेविकाओं मे शिवा तिवारी, आंचल गुप्ता, सचिन, अंजलि, माता प्रसाद, अहमद रजा, काजल यादव, प्रियांस ने अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ ।
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