अखिलेश्वर तिवारी
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पुलिस ने ग्राम महरी भोजपुर के पास राप्ती नदी के किनारे मिली घायल महिला के मामले में सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। वारदात में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त कार, हथौड़ा, रस्सी, तेजाब की शीशी और मोबाइल बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने पुलिस को युवती पर हमले के बाबत हैरानी भरी जानकारी दी है।
दरअसल 29 मार्च के सुबह थाना गौरा चौराहा पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम महरी, राप्ती नदी के किनारे एक महिला गंभीर हालत में पड़ी है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर महिला को अस्पताल भिजवाया, उसकी स्थिति गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उसे तत्काल केजीएमयू, लखनऊ रेफर कर दिया । जांच में सामने आया कि महिला सिद्धार्थनगर जिले की रहने वाली है। मामले में पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई:बलरामपुर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन टीमें गठित कीं। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी मेहदावल रोड पर स्थित राम जानकी मंदिर के पास मौजूद हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया। लेकिन इसी दौरान आरोपियों ने चालाकी दिखाते हुए पुलिस के कस्टडी से भागने का असफल प्रयास किया। जिससे खेत के किनारे लगे तारों और पत्थर से आरोपी घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
गिरफ्तार दोनों आरोपी की पहचान: धर्मेंद्र सोनी उर्फ आकाश, पुत्र राम शंकर सोनी, निवासी तिलौली, थाना शिवा नगर डिडई, जनपद सिद्धार्थनगर और अजय उर्फ गौरी शंकर, पुत्र चुन्नीलाल, निवासी बेलगड़ी, थाना शिवा नगर डिडई, जनपद सिद्धार्थनगर के रूप में हुई है।
वारदात वजह: पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अजय और महिला एक-दूसरे को बहुत करीब से जानते थे। आरोपी अजय ने बताया कि महिला उसे लगातार ब्लैकमेल कर रही थी। महिला के बैंक खाते में बड़ी रकम थी। आरोपी उसके डिजिटल अकाउंट से संबंधित मोबाइल “फोन-पे” का पासवर्ड हासिल करना चाहता था, ऐसा करने के लिए उसने अपने साथी धर्मेंद्र उर्फ आकाश के साथ मिलकर खौफनाक साजिश रची। दोनों ने मिलकर महिला को जमीन दिखाने के बहाने बुलाया उसके बाद सुनसान इलाके में ले जाकर हमला कर दिया। जब महिला बेहोश हो गई, तो उसे मरा समझकर राप्ती नदी के किनारे फेंक दिया था।
वारदात में इन सामानों का इस्तेमाल: चार पहिया वाहन (MH04 CJ317), रक्तरंजित हथौड़ा और प्लास, तेजाब की खाली शीशी, रस्सी और जूट का बोरा, रक्तरंजित मास्क के साथ पुलिस ने आरोपियों से पीड़िता का मोबाइल भी बरामद किया है।
पुलिस टीम : आरोपियों को दबोचने में गौरा चौराहा थाना अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार वर्मा, दरोगा रमन कुमार वर्मा, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, प्रभात कुमार, अखिलेश कुमार, स्वाट टीम प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह के साथ शशांक शेखर यादव (हेड कांस्टेबल), विशाल द्विवेदी, आदर्श कुमार के अतिरिक्त सर्विलांस टीम में दरोगा कर्मवीर सिंह, पवन पटेल, श्याम नारायण, अखिलेश कुमार, अंकित वर्मा ने अहम भूमिका निभाई।
बोले एसपी:पुलिस अधीक्षक बलरामपुर ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है और इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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