यूपी:संभल जिले के जुनावई थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है। भाजपा नेता गुलफाम यादव की हत्या एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत जहरीला इंजेक्शन लगाकर की गई थी। मामले में पुलिस ने अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अभी भी फरार हैं। जिसमें ब्लॉक प्रमुख और सरकारी अस्पताल का फार्मासिस्ट भी शामिल है।
कैसे रची गई साजिश?: पुलिस के जांच में सामने आया कि हत्या की यह घटना राजनीतिक दुश्मनी का नतीजा थी। महेश यादव नामक व्यक्ति ने अपने बेटे रवि यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर रहे गुलफाम यादव को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। इसके लिए उसने बरेली जेल में बंद अपराधी धर्मवीर उर्फ धम्मा से मुलाकात करके हत्या की सुपारी दे दी। बदले में उसकी जमानत और अन्य खर्चों की जिम्मेदारी लेने का सौदा किया गया गया।
हत्या का हैरानी भरा तरीका: हत्या को साधारण मौत दिखाने के लिए एक खतरनाक प्लान बनाया गया, जेल से छूटने के बाद धर्मवीर ने अपने साथियों महेश, नेमपाल और सरकारी अस्पताल के फार्मासिस्ट मुकेश के साथ मिलकर योजना को अंजाम दिया।जब 10 मार्च को बीजेपी नेता गुलफाम यादव अपने घर के पास थे, तभी बाइक सवार हमलावरों ने उनके पेट में जहरीला इंजेक्शन लगा दिया। कुछ ही देर में उनकी हालत बिगड़ने लगी और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई: संभल पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासा और जांच के लिए आठ टीमों का गठन किया था। सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से मामले की गहराई से जांच की गई। आखिरकार, पुलिस ने महेश यादव, ब्लॉक प्रमुख रवि यादव, मुकेश यादव, विकास, रामनिवास उर्फ नारद और सुधीर उर्फ पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया।
फरार आरोपी: घटना में संलिप्त अभी भी दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, पुलिस ने उनकी तलाश जारी कर रखा है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से चार मोबाइल फोन बरामद किया हैं, जिनसे साजिश से जुड़े और भी अहम सबूत मिलने की उम्मीद है।
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