उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के एक शांत गांव जहां शनिवार के सुबह का सवेरा तो खुशनुमा हुआ लेकिन दोपहर में एक भयावह घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। जिस घर से हंसी-खुशी की आवाज आती थी, वहां से अचानक गोलियों की आवाज और चीखें निकलने लगी। जिसे सुनकर पड़ोसियों ने दस्तक दी तो वहां का नजारा देखकर उनकी भी रूह कांप उठी। खून से लतफथ तीन मासूमों के साथ महिला जमीन पर पड़ी हुई थी।
पिता बन गया भक्षक: गंगोह थाना क्षेत्र के सांगा खेड़ा गांव के रहने वाले एक स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ता योगेश ने अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों को गोलियों से भून डाला। 6 और 4 साल के दोनों बेटे 8 साल की बड़ी बेटी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वही पत्नी अस्पताल के सैया पर जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
पारिवारिक विवाद: कहा जा रहा है कि योगेश बीते कुछ दिनों से मानसिक रूप से तनाव में रहता था, घर में लगातार होने वाले विवाद और अंधविश्वासों ने उसे खौफनाक राह पर धकेल दिया। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि पति पत्नी के बीच संबंध मधुर नहीं थे, किसी संदेह ने ऐसा बीज बोया कि इस घटना का जन्म हो गया।
खुद बुलाई पुलिस: यहां सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने मौके से भागने के बजाय पुलिस को फोन करके कहा कि हमने सबको गोली मार दी है, यही नहीं उसने पुलिस को वारदात को लेकर कोई सफाई भी पेश नहीं किया। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई उसने पुलिस के सामने खुद को सरेंडर कर दिया।
पूर्व में भी हत्या का आरोप: बताया जाता है कि योगेश पर वर्ष 2007 में अपने माता-पिता और तीन बहनों को जहरीला पदार्थ खिलाकर मौत की नींद सुला देने का आरोप लगा था। यही नहीं आरोपी के बारे में यह भी बताया जाता है कि अपनी पहली पत्नी को सड़क हादसे का रूप देकर मौत के आगोश में भेज दिया था।
लाइसेंसी रिवाल्वर से मारी गोली: बताया जाता है कि आरोपी ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से तीन बच्चों और पत्नी को गोली मारी है। जिसमें दो बेटे और एक बेटी की मौत हो गई है, वही पत्नी नेहा को जिला मुख्यालय से हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया है।
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