उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ट्रिपल मर्डर के मामले में एक गंभीर बात सामने आई है, शक के दलदल में फंसे योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी नेहा और तीन बच्चों को गोली मार दिया था। शक भी ऐसा की किसी को यकीन ना पड़े, इसके बाद पति पत्नी के बीच शुरू हुए विवाद ने महाभारत का रूप ले लिया। जिससे योगेश रोहिला पर सनक इस कदर सवार हुआ कि तीन मासूम बच्चों और पत्नी को कनपटी में सटाकर गोली मार दी।
क्रूरता की हदें पार: तीनों मासूम और पत्नी को गोलियों से भूनने के बाद भाजपा नेता योगेश रोहिला ने बच्चों को छत से नीचे फेंक दिया। जिससे तीनों बच्चों की तड़प तड़प कर मौत हो गई।
कुछ यूं शुरू हुआ विवाद: शनिवार सुबह योगेश की पत्नी नेहा भजन गा रही थी, जिसके बोल थे “मैं तो राधा हूं श्याम की,” बस यही से योगेश में शक का बीज उपजने लगा, योगेश को लगा कि उसकी पत्नी नेहा का किसी श्याम नामक युवक से अफेयर चल रहा है, जिसकी याद में वह गाना गुनगुना रही है। गाने के बोल को सुनकर योगेश ने आपत्ति जताई, तब पत्नी ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन योगेश मानने को तैयार नहीं हुआ। वह लगातार गाने के शब्दों को लेकर विवाद करता रहा, दोपहर के सूरज की तपिश के साथ उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। योगेश ने लाइसेंसी रिवाल्वर से पत्नी नेहा और तीन बच्चों को गोली मार दी।
नेहा की स्थिति गंभीर: गोली लगने से बेटी श्रद्धा समेत दोनों लड़कों की मौत हो गई है, वहीं नेहा को गंभीर दशा में जिला चिकित्सालय भर्ती कराया गया था, जहां से चिकित्सकों ने चंडीगढ़ पीजीआई रवाना कर दिया है।
आखिर मासूमों की हत्या क्यों?: ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि नेहा से योगेश का विवाद हुआ था, बच्चे कहां दोषी हो गए? जन्मदाता ने ही उसकी जान क्यों ले ली? अपने ही संतानों को गोली मारने के बाद तड़पते मासूमों पर उसे जरा भी तरस नहीं आया, छत से जमीन पर फेंक दिया।
पछतावा भी नहीं: बेरहमी पूर्वक अपनी ही संतानों की हत्या करने के बाद योगेश के चेहरे पर शिकन नहीं आया, उसने अपने अपराधों पर बोध भी नहीं किया, गोली मारने के बाद पुलिस को फोन करके बताया कि उसने सबको मार डाला है, पुलिस के पहुंचने पर उसने पुलिस से बचने की भी कोशिश नहीं की बल्कि पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। योगेश रोहिल्ला के बारे में बताया जाता है कि वह भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यसमिति में सदस्य था।
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