कमलेश
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में दर्दनाक सड़क हादसा देखने को मिला है, एक ही परिवार के चार लोग अनियंत्रित बस के चपेट में आने से असमय मौत के शिकार हो गए हैं। भीषण सड़क हादसे को देखने वालों की रूह कांप उठी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार को मैलानी थाना क्षेत्र के संसारपुर में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। मां के अंतिम संस्कार के बाद लौट रही बेटी के परिवार के चार सदस्यों को एक तेज़ रफ्तार रोडवेज बस ने टक्कर मार दी, जिससे चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में मासूम बच्ची शिवी जीवित बची, लेकिन वह अपनी मां को पुकारकर बिलख रही है।
कैसे हुआ हादसा?:संसारपुर गांव की रहने वाली 55 वर्षीय विद्यावती का निधन लखनऊ के एक निजी अस्पताल में हुआ था। मंगलवार को उनके अंतिम संस्कार के बाद 28 वर्षीय बेटी राधा देवी, 32 वर्षीय दामाद शिवकुमार, 60 वर्षीय समधी दाताराम , 7 वर्षीय मासूम नाती देवांश और 4 साल की नातिन शिवी बाइक पर सवार होकर भीरा थाना क्षेत्र के शाहपुर अपने गांव लौट रहे थे, रास्ते में खुटार रोड पर पीछे से आ रही दिल्ली-रुपईडीहा रूट की तेज़ रफ्तार रोडवेज बस ने उनकी बाइक को ज़ोरदार टक्कर मार दी।
घसीटता चला गया देवांश: बस इतनी तेज रफ्तार में थी कि हादसे के बाद बस चालक काबू नहीं कर सका, भयानक ठोकर के बाद 7 साल का मासूम देवांश बस के नीचे फंस गया, जो लगभग 100 मीटर तक घसीटता हुआ चला गया। हादसा होते ही ग्रामीण दौड़ पड़े, इसी दौरान बस चालक बस छोड़कर भाग निकाला।
पति पत्नी ससुर और पुत्र की मौत: हादसे के बाद स्थानीय लोगों के सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, गोला सीएचसी पहुंचने पर डॉक्टर ने बताया कि राधा, शिव कुमार, दाताराम और देवांश की मौत हो चुकी है। प्राथमिक उपचार के उपरांत मासूम बच्ची शिवी को घर रवाना कर दिया गया।
शिवी की मासूमियत ने सबको रुलाया: भीषण सड़क हादसे में 4 वर्षीय मासूम शिवी बच गई, लेकिन उसे इस बात का जरा भी एहसास नहीं होगा कि उसने अपने पूरे परिवार को खो दिया है, अब वह वापस लौट कर नहीं आएंगे। मां को न देखकर वह बिलख रही थी, कह रही थी कि मुझे मम्मी के पास जाना है, पापा कहां गए हैं? उसकी मासूमियत भरी बातें सुनकर आसपास में मौजूद लोगों की आंखें भर आई। उसके मम्मी, पापा, भाई और बाबा बदहवास पड़े थे, मासूम बच्ची की बातें सबको रोने पर मजबूर कर रही थी। पूरा गांव गम के समंदर में डूबा हुआ था।
परिवार में कोहराम: इस दर्दनाक हादसे से दोनों परिवार के लोग गहरे सदमे में आ गए, लोगों का कहना था कि अभी मां के चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी इधर बेटी और उसके परिवार की अर्थियां उठ गई, इस दर्दनाक हादसे से पूरा गांव हिल गया है। मामले में पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ