उत्तर प्रदेश के हरदोई में महिला चिकित्सक के संदिग्ध मौत ने तूफान ला दिया है, अभी 5 दिन पहले वह दुल्हन बनकर ससुराल आई थी, मेहंदी के रंग फीके होने से पहले उसकी जिंदगी खत्म हो गई।
दरअसल हरदोई जिले के न्यू सिविल लाइन मोहल्ले में शादी के खुशियों से सराबोर परिवार के घर का माहौल पलभर में मातम में बदल गया। डॉ अर्पिता सिंह की महज कुछ ही क्षणों में मौत हो गई।
शुरुआत के साथ अंत: दरअसल डॉक्टर अर्पिता सिंह उर्फ अजीता सिंह ने 2 मार्च को अंकित बाजपेई से अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था, दोनों लंबे समय से एक दूसरे के करीब थे, दो मार्च से दोनों ने एक नई जिंदगी की शुरुआत की थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, शुरुआत के पहले सप्ताह में ही डॉक्टर अर्पिता सिंह की सांसे थम गई।
बाथरूम के गीजर ने ली जान: ससुराल वालों का दावा है कि वह सुबह स्नान करने के लिए स्नान घर में गई हुई थी, जहां करंट लग जाने से अर्पिता की मौत हो गई, लेकिन ससुराल वालों के दावे लोगों के गले नहीं उतर रहा है। शादी के महज 5 दिन बाद दुल्हन की ससुराल में मौत हो जाने से तमाम सवाल खड़े हो गए हैं! हालांकि पुलिस मामले के जांच में डटी हुई है।
जांच में जुटी पुलिस: घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस, फॉरेंसिक टीम फील्ड यूनिट ने घटनास्थल का जायजा लेकर मौके से तमाम सबूत जुटाए, बाथरूम में लगे गीजर की भी जांच की गई।
झकझोर उठा परिवार: सबसे दर्द भरी दास्तां यह है कि नई नवेली दुल्हन अर्पिता सिंह के हाथों की मेहंदी का रंग अभी धूमिल भी नहीं हुआ था, उससे पहले ही दुल्हन की संदिग्ध मौत ने परिवार को झकझोर कर रख दिया है। मौत को लेकर अब तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं।
लखनऊ में तैनात थी अर्पिता: हरदोई के बंसी नगर की रहने वाली डॉ अर्पित सिंह के बारे में बताया जा रहा है कि वह राजधानी मुख्यालय के गोमती नगर स्थित एक निजी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में बतौर चिकित्सा सेवा दे रही थी, वर्तमान में अर्पिता उभरती हुई डॉक्टर के रूप में जानी जा रही थी।
क्या कहती है पुलिस: मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी अंकित मिश्रा का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद में मौत के वास्तविक कारण का पता चल जाएगा। अभी मौके से शव को कब्जे में लेकर कानून की आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
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