उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में चारदीवारी के भीतर देह व्यापार का घिनौना काम चल रहा था। चंद रुपयों के लालच में आकर भोली भाली महिलाएं अंधेरी दुनिया का हिस्सा बनी थी। उन्हें बहला फुसलाकर समाज की अंधेरी गलियों में ऐसे धकेल दिया जाता था जहां से उनका निकलना मुश्किल था। लेकिन, किस्मत ने ऐसा खेल खेला की मामले की भनक पुलिस को लग गई। गाजियाबाद की पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाकर देह व्यापार के दलदल में फंसी महिलाओं को मुक्त कराया है। वही संचालिका सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इमारत में देह व्यापार: दरअसल मुखबिर खास के जरिए शालीमार गार्डन पुलिस को जानकारी मिली कि क्षेत्र के बुध बाजार रोड पर स्थित इमारत के भूतल में गरीब व परेशान महिलाओं को रुपए के लालच में गुमराह करके देह व्यापार किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस अलर्ट हो गई, टीम के साथ बिल्डिंग नंबर 755 एक्सटेंशन गेट नंबर 10 के अन्दर भूतल में छापेमारी कर दी। जहां से समाज के अंधेरी गलियों में फंसी दो महिलाओं को देह व्यापार के दलदल से मुक्त करवा दिया।
पकड़े गए 5 ग्राहक: पूछताछ में संचालिका ने बताया कि वह बिल्डिंग में किराए का कमरा लेकर अपना काला कारोबार चलती थी,पुलिस टीम ने मौके से 5 ग्राहकों को भी पकड़ा है, जो सौदा करने के लिए अक्सर आया करते थे। ग्राहकों में दिल्ली उस्मानपुर शाहदरा के रहने वाले सलीम पुत्र अली हसन, मूल रूप से कानपुर नगर के बिठूर गांव व हाल पता गाजियाबाद लोनी के गोकलपुर गांव के यूनियन बैंक वाली गली के रहने वाले तीन ग्राहक सुशील कुमार पुत्र कृष्ण कुमार, प्रांजुल कनौजिया पुत्र विजय मान सिंह और विवेक तोमर पुत्र अजीत तोमर सिंह और मूल रूप से बागपत जिले के बड़ौत क्षेत्र के इकरोली गांव निवासी हाल पता दिल्ली के सीमापुरी के रहने वाले मोहम्मद नसीम पुत्र इस्लाम खां के अलावा देह व्यापार का संचालन करने वाली महिला को गिरफ्तार किया है।
बोले एसीपी: मामले में सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया कि शालीमार गार्डन पुलिस ने सर्च अभियान के दौरान अनैतिक देह व्यापार लिप्त दो महिलाओं को मुक्त कराया है। संचालिका सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में अनैतिक देह व्यापार (निवारण) अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार महिला के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। मौके से 7 मोबाइल फोन, तमाम आपत्तिजनक सामग्री, और 5260 रुपए नगद बरामद हुए हैं।
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