उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पिता ने झूठी शान के खातिर खौफनाक हत्याकांड कर दिया है। गुस्से में आकर पिता ने अपनी 19 वर्षीय पुत्री और 18 वर्षीय उसके प्रेमी को मौत की नींद सुला दिया है। जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बड़ौत थाना क्षेत्र के जोनमाना गांव में रहने वाले पिता ने अपनी पुत्री को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया, जिससे उसका गुस्सा चरम पर पहुंच गया, उसने अपनी बेटी और उसके प्रेमी को गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। पिता के द्वारा की गई खौफनाक वारदात से पूरा इलाका सहम उठा है।
अब जाने पूरा मामला: 50 वर्षीय पिता पुष्पेंद्र के तीन संतानों में दो बेटियां और एक बेटा है, सुबह अपने बड़े बेटे और बड़ी बेटी को बड़ौत छोड़कर घर लौटा था, घर के अंदर का नजारा देखकर पुष्पेंद्र का खून खौल उठा। उसकी छोटी बेटी दृष्टि घर में अकेले मौजूद थी, उससे मिलने के लिए उसका प्रेमी बलराम आ पहुंचा था। घर में घुसते ही पुष्पेंद्र ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया, जिससे पुष्पेंद्र बौखला गया, पुष्पेंद्र के सिर पर नाराजगी इतनी सवार हो गई कि उसने बिना कुछ सोचे समझे रस्सी से बेटी का गला घोंट दिया। इस दौरान बलराम ने दृष्टि और खुद को पुष्पेंद्र से बचाने की कोशिश की, लेकिन उसकी एक न चली, पुष्पेंद्र पर हत्या का जुनून सवार हो गया था। महज कुछ ही क्षणों में पुष्पेंद्र ने दोनों को मौत के नींद सुला दिया।
सिहर उठा गांव: वारदात के कुछ देर बाद पुष्पेंद्र की पत्नी घर पहुंची तो वहां का नजारा देखकर वह दंग रह गई, बेटी के साथ बलराम को मौके पर पड़ा हुआ देखकर दहाड़े मारकर रोने लगी। जिससे गांव वालों की भीड़ इकट्ठा हो गई। पुष्पेंद्र के घर का नजारा देखकर पूरा गांव सिहर उठा। गांव वालों के सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई जांच पड़ताल शुरू कर दिया।
प्यार के कारण छूटी पढ़ाई: गांव वालों की माने तो दृष्टि और बलराम बीते 1 वर्ष से एक दूसरे के संपर्क में थे, जिसकी भनक पिता को लग गई थी। उस दौरान बेटी को कड़ी फटकार लगाते हुए उसकी पढ़ाई बंद करवा दी गई थी। लेकिन दृष्टि और बलराम के इश्क का सिलसिला चोरी छुपे चलता रहा।
बनी आखिरी मुलाकात: दृष्टि और बलराम के घर की दूरी में ज्यादा फसला नहीं है, घर पर किसी की मौजूदगी नहीं होने की भनक लगते ही वह अपनी प्रेयसी से मुलाकात करने के लिए उसके घर पहुंच गया था, लेकिन उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि यह उसकी आखिरी मुलाकात साबित होगी।
बदहवास हो गई बलराम की मां: मां सुनीता और पिता जय भगवान के दो औलाद में बलराम अपने बड़े भाई नवीन से छोटा था, जय भगवान मेहनत मजदूरी करके परिवार का घर चलाता था, दोनों बच्चों के बड़े होने की उसने आश लगा रखी थी, कि दोनों उनके ढलती उम्र में उनके साथी बनेंगे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, प्रेम प्रसंग के कारण छोटा बेटा इस दुनिया से चला गया। बलराम की खबर पाकर मां सुनीता बदहवास हो गई, उसका आरोप है कि उसके बेटे को घर से बुलाकर हत्या की गई है।
बड़ा सवाल?:लोग वारदात को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर रहे थे कि क्या इस झूठी शान की खातिर अपनों की जिंदगी को तबाह कर देना सही है? क्या प्यार की सजा मौत होनी चाहिए? माना कि मामले में कार्रवाई करते हुए कानून आरोपी को कठोर सजा देगा लेकिन 2 मासूम जिंदगियां कभी वापस नहीं आ सकती हैं।
ऑनर किलिंग के जांच में जुटी पुलिस: मामले में मीडिया से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि आरोपी पिता से पूछताछ जारी है, उसे मौके पर ही गिरफ्तार किया गया है, प्रथम दृष्टया ऑनर किलिंग का मामला दिखाई पड़ता है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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