उत्तर प्रदेश के सीतापुर में होली की खुशियों के रंग अभी फीके भी नहीं पड़े थे, कि शारदा नदी में दर्दनाक हादसा हो गया, जिसने पूरे गांव को मातम के गहरे सागर में डुबो दिया। जहां कल पूरा गांव अबीर और गुलाल के रंगों से साराबोर हो रहा था, आज वहां तीन अर्थियां उठने को तैयार हो रही हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक तंबौर थाना क्षेत्र में अंतिम संस्कार के लिए जा रही एक नाव शारदा नदी में पलट गई, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई है, वहीं दो लोग अभी भी लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। हादसा इतना भयानक था कि पूरा क्षेत्र गम के समुद्र में डूब गया है।
यूं हुआ भयावह हादसा!: बताया जाता है कि तंबौर थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव में रहने वाले दिनेश गुप्ता की एक दिन पहले मौत हो गई थी। मृत शरीर का अंतिम संस्कार करने के लिए लोग नदी के उस पार शमशान घाट जा रहे थे, बताया जाता है कि इस दौरान नाव पर लगभग 12 लोग सवार हो गए थे। नाव पर अत्यधिक वजन हो जाने के कारण से संतुलन बिगड़ गया, बीच नदी में पहुंचने के बाद नाव असंतुलित होकर पलट गई।
मची चीख पुकार: नाव के पलटते ही डूब रहे लोगों की चीख पुकार से नदी के किनारे मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया, वह लोग घबराकर मदद के लिए दौड़े लेकिन पानी की गहराई ने उन्हें महज मदद मांगने के लिए विवश कर दिया। हादसे की जानकारी मिलते ही तमाम लोगों ने रस्सियों और बांस के जरिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया लेकिन नदी की गहराई और पानी का तेज बहाव उनके रेस्क्यू के विपरीत पड़ रहा था।
सात की बचाई जान: हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन ने मौके पर डेरा जमा दिया, रेस्क्यू अभियान के लिए तत्काल गोताखोरों को बुलाया गया, जिनकी मदद से शेष लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही पानी के तेज बहाव में दो लोगों के बहने की आशंका बनी हुई है।
इनकी हुई मौत: नदी से बाहर निकाले गए लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तंबौर पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने खुशबू पत्नी नीरज, संजय पुत्र जगदीश, और संजय गुप्ता को मृत घोषित कर दिया।
सर्च अभियान जारी: हादसे में दो लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, गोताखोरों की मदद से नदी में तलाशी अभियान चलाकर उन्हें खोजा जा रहा है। हादसे के बाद से पुलिस प्रशासन ने आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है, रेस्क्यू टीम लगातार तलाशी अभियान चला रही है।
गांव में आंसुओं का सैलाब: रतनपुर गांव के लिए यह हादसा किसी सदमे से कम साबित नहीं हो रहा है, लोग कल गुलाल उड़ाकर होली खेल रहे थे, वही आज तीन-तीन अर्थियां उठने के लिए तैयार हो रही हैं। हादसे से मृतकों के परिजनों का बुरा हाल है।
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