अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में बुधवार को महाशिवरात्रि पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
26 फरवरी 2025 को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पाॅयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड काॅलेज, में ‘‘महाशिवरात्रि‘‘ पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय की कोषाध्यक्षा मीता तिवारी व उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय ने भगवान शिव जी के चित्र पर माल्यापर्ण तथा द्धीप प्रज्जवलित करके आरती उतारी। विद्यालय की कोषाध्यक्षा मीता तिवारी ने बच्चों को बताया कि महाशिवरात्रि भारतीयों का एक प्रमुख त्योहार है। यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। माघ फागुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है।
माना जाता है कि सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन से हुआ। पौराणिक कथओं के अनुसार इस सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। साल में होने वाली 11 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि शिव पुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि पूजा में छह वस्तुओं को अवश्य शामिल करना चाहिए जैसे-शिव लिंग का पानी, दूध और शहद के साथ अभिषेक। बेर या बेल के पत्ते जो आत्मा की शुद्धि का प्रतिनिधित्व करते है। सिंदूर का पेस्ट स्नान के बाद शिव लिंग को लगाया जाता है। यह पुण्य का प्रतिनिधित्व करता है। फल जो दीर्घायु और इच्छाओं की सन्तुष्टि को दर्शाते है। जलती धूप, धन, उपज (अनाज)। दीपक जो ज्ञान की प्राप्ति के लिए अनुकूल है। और पान के पत्ते जो सांसरिक सुखो के साथ सन्तोष अंकन करते है। विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें विद्यालय के किड्ज जोन से भगवान शिव जी की बारातियों में सभी गणों एवं देवी-देवताओं के साथ बारात निकाली गयी। विद्यालय की कोषाध्यक्षा एवं उप प्रधानाचार्याय एवं सभी अध्यापक अध्यापिकायें तथा छात्र-छात्राएं शामिल हुए जिनका स्वागत विद्यालय के आडोटोरियम में विद्यालय की कोषाध्यक्षा तथा उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित सभी अध्यापकों ने भगवान शिव जी की बारात का पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया।
इस अवसर पर रत्ना एवं सिद्धार्थ (भगवान शिव के रूप में), कौशिकी एवं स्वास्तिका (पार्वती जी के रूप मे),, कृष्णा (श्री ब्रह्मा जी), शिवांस (श्री विष्णु जी), श्राविका (माँ लक्ष्मी जी), मोहनी (माँ सरस्वती जी), आदित्य श्रीवास्तव एवं शशांक (भगवान श्री राम), शिवांस (हनुमान), सुशांत (कृष्ण), श्रुतिका, साम्भवी (अर्धनारीश्वर) गणों एव भूत-प्रेतों के रूप में श्लोक, प्रथमेश, ईशान, अयांश आदि बारातियों में शामिल हुये। इसी क्रम में सज रहे मेरे भोले बाबा निराले दूल्हे में नामक गीत पर एक समूह नृत्य में माधुरी, श्रुतिका, सानवी, श्रविका, स्वास्तिका, कौशिकी, आदि ने बहुत ही मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। साथ ही शिव तांडव पर रत्नप्रिया ने बहुत ही सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया । कोषाध्यक्षा मीता तिवारी उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय ने कार्यकम में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं को टाॅफी व किताबे वितरित किया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी ने सभी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर समस्त अध्यापक अध्यापिकाएं तथा छात्र-छात्राओं ने उपस्थिति होकर ‘‘‘महाशिवरात्रि‘‘ के पर्व को उत्साहपूर्वक मनाया।
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