अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सोमवार को प्रधानाचार्य आसिम रूमी की मौजूदगी में छात्र-छात्राओं ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दसवें संस्करण अंतर्गत प्रधानमंत्री के संबोधन को ऑनलाइन देखा और सुना ।
10 फरवरी 2025 को सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रातः 11:00 बजे बच्चों ने परीक्षा पर चर्चा के आठवें संस्करण में ऑनलाइन माध्यम से प्रधानमंत्री के विचारों को सुना। सेंट जेवियर्स विद्यालय में विधिवत रूप से परीक्षा पर चर्चा के लिए तैयारी की गई थी । विद्यालय के प्रथम सभागार में कक्षा 7 से 8 तक के बच्चों ने एवं द्वितीय सभागार में विद्यालय के 9 से 12 तक के बच्चों ने परीक्षा पर चर्चा के इस आठवें संस्करण का लाभ लिया। कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को बताया कि परीक्षा पर चर्चा का प्रथम उद्देश्य एक ऐसे माहौल को बढ़ावा देना है जहां हर बच्चे के अनूठे व्यक्तित्व का जश्न मनाया जाए, मान्यता दी जाए जाए और खुद को पूरी तरह से बातचीत करने की इजाजत दी जाए। प्रधानमंत्री ने परीक्षा पर चर्चा के माध्यम से शिक्षा के लिए एक ताज़ा दृष्टिकोण तैयारी की।
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं का ज्ञान और समग्र विकास प्राथमिक रूप से महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने सभी विद्यालयों से अनुचित तनाव और दबाव से युक्त जीवन-मृत्यु की स्थिति बनाने के बजाय सही उपदेश में बने रहने का आग्रह किया। परीक्षा हमारे जीवन मे सफलता की सोपान है, इन्हीं सोपनो से हम अपनी क्षमताओं को विकसित करते हैं। हमें अपनी क्षमताओं को विकसित करते हुए इनका स्वागत करते हुए प्रसन्नता के साथ स्वीकार्य करना चाहिए। विद्यालय निदेशक सुयश कुमार ने भी बच्चों को अपनी सम्बोधन में बताया कि सीखना एक आनंददायक, संतुष्टिदायक और असली यात्रा होनी चाहिए। अनावश्यक दबाव हमारी क्षमताओं का हनन करता है। इसलिए पढ़ाई में रुचि उत्पन्न करते हुए पढ़ना चाहिए। विद्यालय प्राचार्य आसिम रूमी ने परीक्षा के समय तनाव कम करने के उपाय बच्चों को बताए । कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की अध्यापिका आकांक्षा मिश्रा ने बच्चों से इस कार्यक्रम के प्रति उनकी प्रतिक्रिया ली। परीक्षा पर चर्चा के सफल आयोजन के समय विद्यालय समन्वयक राजेश जयसवाल, आफ़ाक़ हुसैन, अमन जयसवाल, हिमांशु, आफताब आलम, आकांक्षा मिश्रा के अलावा लईक अंसारी व आनंद तिवारी सहित अन्य कई अध्यापक मौजूद रहे।
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