अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के खिलाड़ियों ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद तथा स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा लखनऊ में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जनपद को तीसरा स्थान दिलाया है ।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद व स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित माध्यमिक स्कूल खेल के तहत लखनऊ मे संपन्न हुए प्रदेश स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता मे जनपद के बच्चों द्वारा प्रदेश मे तीसरा स्थान प्राप्त करने पर उप शिक्षा निदेशक जिला विद्यालय निरीक्षक बलरामपुर मृदुला आनंद द्वारा मंगलवार को डाइट बलरामपुर मे प्रतिभागी खिलाड़ियों, संबंधित कोच, मैनेजर व प्रधानचार्यो को सम्मानित किया।
डायट बलरामपुर मे आयोजित सम्मान समारोह मे शतरंज प्रतियोगिता मे प्रदेश मे उप विजेता रहने पर मॉडर्न इंटर कॉलेज के छात्र राज शुक्ला, भारतीय विद्यालय इंटर कालेज बलरामपुर के जयंत नाथ, स्वदेश नाथ, हाजी समाइल इंटर कॉलेज सहदुल्लानगर के छात्र राम किशन को प्रमाणपत्र व ट्रैक सूट देकर सम्मानित किया। प्रादेशिक टीम के कोच व मैनेजर रहे नसीम अहमद, हाजी स्मा.इ.का., पंकज कुमार पाण्डेय एम वाई उस्मानी इ का उतरौला, उमेश चन्द्र तिवारी बी.एम. एस बलरामपुर, अर्पण पाण्डेय भारतीय वि.इ.का. उतरौला, जिला क्रीड़ा सचिव मो. सुहेल ए.ज़ी.हाशमी इ. का. सहदुल्लानगर को ट्रैक सूट देकर सम्मान किया । प्रधानाचार्य भारतीय विद्यालय इंटर कॉलेज उतरौला कुमेश सरोज कोषाध्यक्ष, राकेश प्रताप सिँह प्रधानाचार्य एम पी पी इ का बलरामपुर, हरि प्रकाश वर्मा प्रधानाचार्य डी ए वी इ का बलरामपुऱ, रेखा देवी प्रधानाचार्य बालिका इ का बलरामपुर, मारूफ खा प्रधानाचार्य किसान इ का धवाई , भगवती प्रसाद शुक्ला अध्यक्ष मा शिक्षक संघ बलरामपुर को अंगवस्त्र देकर जिला विद्यालय निरीक्षक मृदुला आनंद ने सम्मानित किया । इस अवसर पर सईद अहमद, मदन लाल, विनय कृष्ण मिश्रा सहित अन्य व्यायाम शिक्षक उपस्थित रहे ।
डीआईओएस मृदुला आनंद ने कहा कि स्कूलों मे खेल कूद के बढ़ते स्तर से पिछड़ा जनपद होने का यह बहुत ही गौरव का विषय है की जनपद के स्कूली बच्चों ने इस बार प्रदेश स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता मे मंडल का नाम रोशन किया है । उन्होंने कहा कि सभी बधाई के पात्र है । साथ ही इनके प्रशिक्षक और टीम प्रबंधक का भी योगदान बहुत सराहनीय है। स्कूली खेलों मे जनपद की कई टीमों ने प्रदेश स्तर के खेलों मे प्रतिभाग किया है । विद्यालय मे अध्ययनरत छोटे शहर और ग्रामीण क्षेत्रो के बच्चो ने बड़े मंच पर खेलों मे हिस्सा लिया तो निश्चित ही बहुत कुछ सीखा है।
आगे यही बच्चे मेहनत और अभ्यास के बल पर राष्ट्रीय स्तर, और अंतर्राष्ट्रीय खेलों तक पंहुचेंगे ।
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