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BALRAMPUR...स्वास्थ्य कर्मियों का व्यवहारिक प्रशिक्षण



अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में अटल बिहारी बाजपेयी स्वशासी चिकित्सा महा विद्यालय एवं संयुक्त जिला चिकित्सालय के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों को व्यवहार सम्बन्धी प्रशिक्षण दिया गया। चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य, सीएमएस व अस्पताल क्वालिटी प्रबंधक ने लोगों को प्रशिक्षित कर उनके कार्य एवं उत्तरदायित्वों का बोध कराया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने दो टूक कहा कि अस्पताल आने वाले मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए। उन्हें बेवजह न तो रेफर किया जाए और न ही उन्हें कोई असुविधा होने पाए।

संयुक्त जिला चिकित्सालय की क्वालिटी प्रबंधक डॉ रुचि पाण्डेय ने 5 फरवरी को बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत अस्पताल और स्वशासी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक व कर्मियों को व्यवहार सम्बन्धी फेज-1 का प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण में अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों को संबोधित करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि अस्पताल आने वाले किसी भी मरीज को बेवजह वापस नहीं लौटाना है। उनके प्रति चिकित्सा इकाई से जुड़े सभी का व्यवहार बेहतर होना चाहिए। सीएमएस डॉ राज कुमार चिकित्सकों की ड्यूटी व उनके उत्तरदायित्व के बारे में बताया। कहा कि सभी चिकित्सक समय से अस्पताल में बैठें, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की समस्या न होने पाए। अस्पताल क्वालिटी मैनेजर डॉ रुचि पाण्डेय ने बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट फार पेसेंट सेफ्टी पर अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों को प्रशिक्षित किया। कहा कि संक्रमित कचरों से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इससे मरीजों की सुरक्षा पर भी असर पड़ेगा। ऐसी स्थिति में बीएमडब्ल्यू एवं मरीजों की सुरक्षा से सम्बन्धित व्यवस्थाओं को सुदृढ़ रखा जाए। स्टाफ नर्स मिथिलेश तिवारी ने कोड सिस्टम यानि विभिन्न प्रकार के संकेतांकों के बारे में लोगों को प्रशिक्षित किया। यह प्रथम बैच का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अस्पताल के सभी चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मी मौजूद थे।

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संयुक्त जिला चिकित्सालय सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सम्पन्न हुए व्यवहार सम्बन्धी प्रशिक्षण को बेहद अहम माना जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि किसी भी अस्पताल में कार्यरत सुरक्षागार्ड, स्वागत कक्ष में तैनात स्वागती व वार्ड व्याय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस प्रशिक्षण में उनकी भूमिका को बताया गया है। सीएमएस डॉ राज कुमार ने बताया कि सभी चिकित्सक व कर्मियों को उनके उत्तरदायित्व बताए गए हैं, जिसके जरिए अस्पताल की सेवाएं एवं गुणवत्ता बेहतर हो सके। अस्पताल क्वालिटी प्रबंधक डॉ रुचि पाण्डेय ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जो भी गाइड लाइन जारी की गई थी उसके तहत लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। आने वाले दिनों में भी अस्पताल के सभी चिकित्सक व कर्मियों को एनएचम के विभिन्न मापदंडों पर प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे सेवाएं बेहतर हो सकेंगी।

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