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10 करोड़ का ट्रांजेक्शन, साइबर अपराधियों से मिलकर मंगवा लिए दस करोड़



उत्तर प्रदेश के इटावा पुलिस ने दो ऐसे साइबर दोस्तों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने महज कुछ ही दिनों में 10 करोड़ रुपए पर हाथ साफ करते हुए अपने खाते में पहुंचा लिए थे। आरोपियों के पास बरामद 36 बैंक खातों में सिर्फ छ खातों का रिकॉर्ड देखा गया तो 10 करोड़ रूपयों के बड़े खेल का खुलासा हुआ है।

आरोपी, लोगों को नौकरी का झासा देकर उनसे एक बैंक खाता खुलवाते, एक सिम कार्ड एक्टिव करवाते थे, जिसके बदले वह प्रति व्यक्ति एक लाख रुपए पा जाते थे। गलत तरीके से रुपए कमाकर आरोपी हुंडई कार से चलते थे।मामले में SOG संयुक्त टीम ने साइबर अपराध करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण व अन्य दस्तावेज बरामद किया है।

धोखाधड़ी के रुपए: दरअसल दोनों साइबर अपराधी, साइबर अपराध से जुड़े तमाम अपराधियों से मिलकर साइबर अपराध के जरिए उड़ाए गए धन को लोगों के बैंक खातों में डलवा करके स्वैप कर लेते थे, जिससे उन्हें इस बात का आभास भी नहीं होता था, उनके खातों का दुरुपयोग करके रुपयों को ट्रांसफर किया जाता था।

मुखबिर के सूचना पर गिरफ्तार: दरअसल थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम, थाना वैदपुरा क्षेत्र में भ्रमण कर रही थी, इसी दौरान मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि साइबर अपराधों में संलिप्त दो युवक हुंडई एक्सटर कार व बाइक पर सवार होकर जसवंत नगर की तरफ से बनामई गांव जाने वाले हैं। सूचना मिलते ही एलर्ट हुई पुलिस ने दो आरोपियों को वनामई पुल के पास से गिरफ्तार गिरफ्तार कर लिया।

नौकरी और बीमा का झांसा: पुलिस के पूछताछ में पकड़े गए दोनों आरोपियों ने बताया कि भोले भाले लोगों को इंश्योरेंस, नौकरी, लोन दिलाने का झांसा देकर उनके नाम से एक sim खरीदवाते थे, जिसके बदले एक लाख रुपए प्राप्त होते थे।

बरामदगी:पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण जिसमें विभिन्न कंपनियों के 26 मोबाइल फोन, 11 लोगों के आधार कार्ड, विभिन्न कंपनी के 64 एटीएम, सिम कार्ड के 9 रैपर, विभिन्न बैंकों के 30 चेक बुक, 23 पासबुक, एक पासपोर्ट, कंप्यूटर सेट, येस बैंक का स्वाइप मशीन, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का रोजरपे, भीम एप क्यूआर कोड यूपीआई, पांच स्टैंप मोहर, एक मोहर पैड, जिओ कंपनी का ब्रॉडबैंड, एक कार झुण्डई एक्सटर और एक मोटरसाइकिल यामाहा आर 15 बरामद किया है। जिसमें दोनों वाहनों को मोटर एक्ट अधिनियम के तहत सीज कर दिया गया है।

बोले एसएसपी: मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि साइबर अपराध से जुड़े दो आरोपी जिसमें जिले के बलरई थाना क्षेत्र अंतर्गत विकास नगर गांव के रहने वाले विकास कुमार बघेल उर्फ विक्की पुत्र सर्वेशपाल, नगला तौर गांव के रहने वाले सौरभ पुत्र सतीश गिरफ्तार किया गया है, दोनों आरोपी लोगों के विभिन्न खातों में साइबर अपराध के पैसे मंगवाते थे। इनके पास से बरामद एक कार और बाइक को सीज किया गया है। आरोपियों को भांडा फोड़ करने वाली पुलिस टीम को उत्साहवर्धन के लिए 15 हजार रुपए दिया गया है।


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