बिहार के भागलपुर में गुरुजी छात्रा को पढ़ाते पढ़ाते उससे इश्क कर बैठे, छात्रा को टटोला तो आग दोनों तरफ लग चुकी थी, फिर तो गुरु जी ने चैप्टर ही चेंज नहीं किया बल्कि पूरी किताबें बदल दी, छात्रा को जमकर इश्क के पाठ पढ़ाने लगे, अंततः प्रेम की शिक्षा देते हुए देर रात में पकड़े गए, फिर घर वालों ने गुरु जी की जमकर खातिरदारी की, उन्होंने मार मार कर गुरुजी को जमाई बना दिया।
दरअसल बुधवार की रात भागलपुर के कहलगांव अंतर्गत सिया गांव में एक बीपीएससी शिक्षक को प्रेम प्रसंग के दौरान पड़कर मंदिर में शादी करा दिया, उससे पहले शिक्षक की परिजनों ने जमकर पिटाई की। शादी करने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस के सामने शिक्षक बिलबिलाने लगा।
मध्य विद्यालय में तैनात है गुरुजी: बिहपुर गांव के रहने वाले गोपाल कुमार चौधरी गम्हरपुर मध्य विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात हैं। विद्यालय अटेंड करने के लिए सिया गांव में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। इसी दौरान उन्होंने बीएससी की छात्रा को ट्यूशन देना शुरू किया था। लेकिन गुरुजी ने ट्यूशन का पूरा सब्जेक्ट ही बदल दिया।
रात में ट्यूशन: परिजनों का आरोप है कि गुरुजी रात में छात्रा को ट्यूशन पढ़ाने गए थे, तब परिजनों ने शिक्षक को छात्रा के साथ पकड़ लिया। परिजनों का आरोप है कि शिक्षक का छात्रा से अनैतिक संबंध है। शिक्षा देने के नाम पर आए दिन छात्रा को प्रेम का पाठ पढ़ाते थे। पकड़ने के बाद घर वाले और ग्रामीण शिक्षक और छात्रा को गांव के मंदिर में ले गए, जहां उन्होंने मंदिर के देव को साक्षी बनाकर शिक्षक से छात्रा की मांग में सिंदूर भरवाया।
पुलिस ने ली जानकारी: मामले की जानकारी मिलने पर गुरुवार के सुबह स्थानीय पुलिस सिया गांव पहुंच गई। पुलिस को देखते ही शिक्षक बिलबिलाने लगा। कहा कि लोगों ने उसको जमकर पीटा है। इस दौरान उसकी मोबाइल भी टूट गई है।
शिक्षक का आरोप: शिक्षक ने पुलिस को बताया कि छात्रा के चाचा उसके पास ट्यूशन पढ़ाने के लिए खुद लाए थे, 6 महीने पहले से वह उसे ट्यूशन दे रहा था। घर वालों के सामने ही ट्यूशन पढ़ाता था, लेकिन ग्रामीणों ने मारपीट करते हुए जबरदस्ती मंदिर में छात्रा की मांग भरवाई है।
लिव इन रिलेशन:वही छात्रा का कहना है कि दोनों छ माह से लिव इन रिलेशन में है। बीते छः माह से वह उनसे ट्यूशन पढ़ रही थी।ट्यूशन पढ़ाने के दौरान ही दोनों की मुलाकात हुई थी।
दोनों बालिग: पूरा मामला जानने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्ष को थाने पर बुला ले गई, जहां छात्रा के परिवार वाले और तमाम ग्रामीणों का जमावड़ा हो गया। जांच पड़ताल में पाया गया कि दोनों अलग-अलग जाति के हैं। दोनों 6 महीने से संबंध में थे। दोनों उम्र से बालिग पाए गए। जहां दोनों पक्ष का लिखित बयान लेते हुए ग्रामीणों को साक्षी बनाया गया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। शिक्षक की पिटाई के बाद जमाई बनाने का मामला गांव में चर्चा बना हुआ है।
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