उत्तर प्रदेश के बरेली में एक हैरान करने मामला सामने आया है, जहां "भूत-प्रेत के साये" की कहानी के पीछे एक क्रूर सच छिपा था। पीएसी में तैनात जवान रवि कुमार ने अपनी पत्नी मीनू की हत्या करवाने के लिए गजब की शैतानी साजिश रच डाली, घटना को अंजाम देने के लिए उसने दो साथियों की मदद से जहरीले इंजेक्शन का इस्तेमाल किया। बरेली पुलिस ने इस हैवानियत भरे मामले का पर्दाफाश करते हुए पति समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का सबूत बरामद किया है।
प्रेम के जहरीले खेल और भूत-प्रेत का बहाना: रवि बरेली की आठवीं वाहिनी पीएसी में बतौर आरक्षी तैनात है। वह बीते कुछ दिनों से पत्नी पर भूत प्रेत का साया होने का दावा कर रहा था। उसका कहना था कि उसकी पत्नी भूत प्रेत के कारण से परेशान रहती है। इसी वजह से वह तांत्रिकों से इलाज करवाता है। वास्तविकता में सिपाही को प्रेम का भूत सवार था। एक महिला से वह लगातार बातें किया करता था। जिसको लेकर रवि ने हसीन सपने देखे थे। प्रेमिका को अपना जीवनसाथी बनाने के लिए रवि ने साजिश के तहत पत्नी की हत्या करवाने का रास्ता तलाश लिया था। जिसके लिए उसने डेंटल सानू और नर्सिंग असिस्टेंट जतिन के साथ मिलकर मौत का जहरीला खेल खेला था।
इंजेक्शन से हत्या: पत्नी की हत्या करने के लिए रवि ने प्लाट देखने का स्वांग रचा था, पत्नी को अपनी स्विफ्ट कार से फरीदापुर ले गया, जहां साजिश में शामिल डेंटर सानू और असिस्टेंट नर्सिंग जतिन पहले से मौजूद थे। दोनों ने मीनू के गर्दन और हाथ को जकड़ कर उसकी गर्दन में 65 एमएल जहरीला इंजेक्शन लगा दिया था। मीनू की मौत के बाद सानू ने उसके गहने उतार लिए थे, जिससे ऐसा लगे कि उनके साथ लूट हुई है। सिपाही पति ने खुद को बचाने के लिए लूट का ड्रामा रचते हुए एक बगीचे में लेट कर लूट हो जाने का घड़ियाल आंसू बहाया था।
कैसे खुला राज: 24 फरवरी को रामपुर जिले के शहजाद नगर थाना अंतर्गत बकनौरी गांव के रहने वाले मीनू के पिता जगदीश ने पुलिस में शिकायती पत्र देकर दामाद के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस के जरिए पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया। मामले में पुलिस ने पीएसी के सिपाही रवि, शानू और जतिन को गिरफ्तार कर लिया।
जेवर बरामद: पुलिस ने महिला के कान की बालिया, कुंडल मंगलसूत्र, हत्या में प्रयुक्त की गई स्विफ्ट कार, जहर लगा हुए इंजेक्शन बरामद कर लिया है।
कब हुई थी शादी: रामपुर जिले के सियारी थाना के रहने वाले रवि कुमार और मीनू उर्फ मीना का वर्ष 2015 में विवाह हुआ था। शादी के 3 साल बाद वर्ष 2018 में रवि पीएसी में सिपाही के पद पर भर्ती होकर बरेली के आठवीं वाहिनी में तैनात हुआ था। पत्नी और तीन बेटियों के साथ रहने के लिए उसे सरकारी आवास भी मुहैया था।
ऐसी साजिश कि नहीं होती हत्या की पुष्टि: रवि अपनी गाड़ी की सर्विस व डेंटिंग पेंटिंग करवाने के दौरान सानू से मिला था। शानू एक आपराधिक किस्म का डेंटर था, वह पूर्व में जेल भी जा चुका था। रवि ने अपनी समस्या बताते हुए पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए 3 लाख रुपए की सुपारी देने की बात कही थी। तब शानू ने अपने जानने वाले प्राइवेट नर्सिंग असिस्टेंट जतिन को अपने प्लान में शामिल किया था। गोली मारकर हत्या करने में जतिन को रिस्क दिखाई दिया। तब उसने अपने अनुभव का लाभ लेते हुए इंजेक्शन इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी। जतिन जानता था कि इंजेक्शन लगने से हृदय गति रुक कर मौत हो जाएगी। जिससे मेडिकल रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि नहीं होगी।
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