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दरोगा निलंबित, दरोगा का यह वीडियो वायरल होने के बाद एक्शन में एसपी, दरोगा का वीडियो देखकर रह जाएंगे दंग



उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तैनात उप निरीक्षक का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई की है। आरोपी दारोगा को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया है। दरोगा पर हुई कार्रवाई से भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया है। 

बता दे कि चंदन चौकी में तैनात उप निरीक्षक विजेंद्र पासवान ने विपक्षी को जेल भेजने के नाम पर 3 हजार रुपए रिश्वत ली थी। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए उपनिरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की है। 

मारपीट के मामले में रिश्वत:दरअसल पलिया अंतर्गत रघु नगर गांव के रहने वाले जसवंत सिंह से 4 जनवरी को विपक्षियों से मारपीट हो गई थी। गांव के रहने वाले विपक्षियों ने मारपीट के दौरान लाठी डंडे चला कर पीड़ित को घायल कर दिया। दबंग की पिटाई से पीड़ित के दोनों हाथ और दांत टूट गए।

3 हजार की मांग:मारपीट के मामले में पीड़ित की पत्नी ने चंदन चौकी पर शिकायत पत्र देते हुए कार्यवाही की मांग की, तब उप निरीक्षक ने कार्यवाही के मांग पर 3 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। गजब तो तब हो गया जब 3 हजार रुपए ले लेने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर महज औपचारिकताएं पूरी गई।



बहस के दौरान बन गया वीडियो: बताया जाता है कि मामले में कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित ने पुलिस क्षेत्राधिकारी पलिया से शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई, जिससे दरोगा का पारा चल गया, दरोगा ने पीड़ित के घर पहुंचकर धमकाते हुए कहा कि तूने 3 हजार रुपए दे दिया है, पुलिस पर बहुत बड़ा एहसान कर दिया है। पुलिस तुम्हारा यहां रखवाली करने का ठेका नहीं ले रखी है। जब से साला झगड़ा हुआ है तब से मैं यहां घूम रहा हूं, दरोगा ने कहा कि आरोपी को जेल भेज दूंगा वो जमानत करवा लेंगे तब क्या होगा? जेल भेजने के बाद आजीवन कारावास हो जाएगा क्या? पीड़ित पर रौब जमाते हुए कहा कि तुम्हारा हाथ टूट गया है तो तुम्हारा हाथ जोड़ दूं? क्या मैं भगवान हूं? इसी बहस के दौरान पीड़ित के परिजनों ने दरोगा का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

दरोगा के खिलाफ जांच: पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो को स्वत संज्ञान लेते हुए आरोपी दारोगा विजेंद्र पासवान को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक में आरोपी दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया है, पूरे मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी निघासन को जांच सौंपी गई है।


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