उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में छात्रा की संदिग्ध मौत के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। छात्रा की मौत के बाद पुलिस या प्रशासन को सूचना नहीं दी गई थी। परिजनों ने छात्रा का अंतिम संस्कार कर दिया। जिससे छात्रा के मौत का राज उसी के साथ दफन हो गया। मामला संज्ञान में आने पर जांच शुरू कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक खपड़ही के पूर्व माध्यमिक कंपोजिट विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इसके बाद छात्रा के घर वालों ने अंतिम संस्कार कर दिया। मामले में प्रधानाध्यापक अरुणेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
रहस्य बनी मौत: दरअसल सोमवार को विद्यालय के एक कक्ष में कक्षा 6 की 11 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई थी। इसके बाद विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने परिजनों को सूचित करके छात्रा का शव सौंप दिया। परिजनों ने छात्रा के शव का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे उसके मौत का कारण एक रहस्य बनकर रह गया। इस रहस्य से पर्दा उठाना अब मुश्किल हो गया है, क्योंकि सारे साक्ष्य नष्ट कर दिए गए हैं।
परिजन साइलेंट: यहां खास बात यह है कि मामले में परिजन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, जिससे जांच के सारे रास्ते बंद नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि मृतक छात्रा का घर विद्यालय के बहुत करीब है, ऐसे में जांच करने के लिए कोई ऑप्शन नहीं मिल पा रहा है।
प्रधानाध्यापक की लापरवाही:मामले में प्रधानाध्यापक पर आरोप है कि लापरवाही करते हुए उन्होंने पुलिस या उच्च अधिकारियों को अवगत कराया होता तो पूरे मामले की अच्छे से पड़ताल हो जाती। लेकिन प्रधानाध्यापक ने पूरे मामले से बचने के लिए मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिया था।
बीएसए ने किया जांच: मामले की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को हरंगा उप जिलाधिकारी विनोद पांडे, रुधौली पुलिस क्षेत्राधिकारी स्वर्णिमा सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार जांच पड़ताल करने विद्यालय पहुंचे थे। इस दौरान अधिकारियों ने अपने स्तर से जांच पड़ताल किया। जिसमें प्रधानाध्यापक की लापरवाही सामने आई।
प्रधानाध्यापक सस्पेंड: मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने कहा कि विद्यालय से संबंधित घटना दुर्घटना को उपलब्ध करवाना प्रधानाध्यापक का दायित्व है, इसके बावजूद मामले में प्रधानाध्यापक ने उच्च अधिकारियों को जानकारी नहीं उपलब्ध करवाई, मामले में प्रधानाध्यापक की लापरवाही मिलने के कारण निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
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