उत्तर प्रदेश के बलिया में डबल मर्डर के मामले में निरीक्षण के बाद डीआईजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। थाना अध्यक्ष के खिलाफ जांच बैठाई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बलिया के सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खरीद गांव में डबल मर्डर के मामले में परिजनों से मिलने पहुंचे डीआईजी आजमगढ़ सुनील कुमार सिंह ने कार्रवाई करते हुए उप निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
जमीनी विवाद में हत्या: प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात खरीद गांव में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जमीन से संबंधित विवाद का मामला लगभग 20 वर्षों से न्यायालय में लंबित है, इसी जमीन को लेकर लगभग डेढ़ माह पहले दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों के शिकायती पत्र पर मुकदमा दर्ज किया गया था। जमीनी विवाद को लेकर दोनों पक्ष फिर आमने-सामने हो गए, एक पक्ष में घर चढ़कर हमला कर दिया। जिससे एक पक्ष के चार लोग घायल हो गए। जिसमें से एक को जिला अस्पताल से बीएचयू मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया था। मेडिकल कॉलेज जाते समय युवक की मौत हो गई। जबकि तीन घायलों को मऊ के लिए रेफर किया गया था, जहां पर एक युवक की मौत हो गई। घायल महिला गीता देवी और मोती चंद का इलाज जारी है। जबकि अनिल यादव और भतीजे पंकज यादव की मौत हो गई।
परिजनों का पुलिस पर आरोप:मामले में परिजन ऋषिकेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग एक माह पहले जमीन को लेकर लड़ाई हुआ था, तब पुलिस में शिकायत करने पर विपक्षी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए हिरासत में नहीं लिया गया, जबकि पीड़ित पक्ष को हिरासत में रखा गया। पीड़ित परिजन का आरोप है कि बीते दिनों हुए विवाद के कारण पूरा परिवार डरा हुआ था, लोग घर छोड़कर बाहर रह रहे थे। जैसे ही घर वाले बाहर से घर पर आए विपक्षियों ने हमला बोल दिया। परिजनों का कहना है कि अगर मामले में पुलिस ने कार्रवाई की होती तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता। पुलिस में जाने के बाद राजस्व विभाग में जाने का रास्ता दिखाया जाता था। जबकि न्यायालय से डायरेक्शन लाकर दिया गया था कि उक्त जमीन को खाली कराया जाए। लेकिन पुलिस प्रशासन बार-बार दौड़ाता रहा।
परिजनों से मिले डीआईजी: दोहरी हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद आजमगढ़ पुलिस उपमहानिरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने खरीद गांव पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने गहन निरीक्षण करते हुए परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी ने क्षेत्र के प्रशिक्षु एसआई सुमित सिंह, हेड कांस्टेबल सोहन सोनकर और सिपाही विशनवीर चौधरी और विजय प्रकाश को तत्काल निलंबित कर दिया है। डीआईजी ने थाना अध्यक्ष विकास पांडे के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया है। वहीं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
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