उत्तर प्रदेश की लखनऊ विजिलेंस टीम ने मथुरा से जिला पंचायत राज अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में उनके आवास से गिरफ्तार किया है। विकास कार्यों में भुगतान को लेकर डीपीआरओ ने ग्राम प्रधान से रिश्वत की मांग की थी। विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ को रिश्वत के 70 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मथुरा के विकासखंड फरह के ग्राम सभा झुड़ावई में ग्राम प्रधान के द्वारा कराए गए विकास कार्यों के भुगतान को लेकर कमीशन के तौर पर 70000 रुपए की मांग की थी। मामले में शिकायत मिलने के उपरांत विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ किरण चौधरी को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया है।
रिश्वत लेने में डीपीआरओ की होशियारी: बताया जाता है कि डीपीआरओ किरण चौधरी ने रिश्वत की मांग की, लेकिन खुद अपने हाथों में रिश्वत लेने की बजाय यह जिम्मेदारी अपनी गाड़ी चालक को सौंप दी। गाड़ी चालक बृजेंद्र ने ग्राम प्रधान से रिश्वत की रकम लेकर डीपीआरओ को दे दिया, इसके बाद डीपीआरओ को रिश्वत के रकम के साथ गिरफ्तार किया गया।
आवास पहुंची विजिलेंस टीम: बताया जा रहा है कि मंगलवार के सुबह लगभग 10:00 बजे लखनऊ विजिलेंस टीम जिला पंचायत राज अधिकारी के आवास इंद्रप्रस्थ कॉलोनी पहुंच गई। जहां ग्राम प्रधान पप्पू पहले से ही मौजूद थे, गाड़ी चालक से रिश्वत की रकम मिलने के बाद डीपीआरओ ने ग्राम प्रधान को आवास में बुलाया, तब ग्राम प्रधान विजिलेंस टीम के साथ डीपीआरओ के आवास में पहुंचा, जहां विजिलेंस टीम ने रिश्वत के रकम को बरामद कर लिया।
दो टीमों में बंटी टीम: टीम ने डीपीआरओ के आवास में गहनता से पूछताछ की, तमाम तथ्यों को खंगालने के बाद डीपीआरओ किरण चौधरी को अपने साथ ले गई, वही टीम के कुछ सदस्य राजीव भवन पहुंचे, जहां उन्होंने झुड़ावई ग्राम सभा में कराए जा रहे विकास कार्यों से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला। बताया जाता है की गहन निरीक्षण के बाद टीम राजीव भवन से कुछ दस्तावेजों को अपने साथ ले गई है।
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