उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का रहने वाला युवक पिता की मृत्यु उपरांत अस्थियों को कानपुर के गंगा नदी में प्रवाहित करने गया था, जहां बस के चपेट में आने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोंडा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत धनावा के मौर्य नगर का रहने वाला 45 वर्षीय रामसूरत मंगलवार को हादसे का शिकार हो गया। पिता श्याम नारायण की अस्थियां विसर्जित करके लौटने के दौरान बस के नीचे दबकर मौके पर ही मौत हो गई।
कानपुर में हुई घटना: बताया जाता है कि कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत झकरकटी बस स्टैंड के पास जब वह गोंडा वापस लौटने के लिए बस पकड़ने वाला था,तभी भाग दौड़ में बस के नीचे आ गया। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी रवाना कर दिया।
कानपुर में चचेरा भाई: दरअसल कानपुर के फूलबाग में मृतक का चचेरा भाई मनोज अपने परिवार के साथ रहता है। घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचा था। उसने पुलिस को बताया कि मंगलवार के देर रात लगभग 10 बजे राम सूरत, मनोज और उसकी पत्नी गुड़िया कानपुर के गुप्तार घाट पर पहुंचे थे। पिता की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने के उपरांत मनोज अपनी पत्नी के साथ अपने घर निकल गया था, वही राम सूरत वापस गोंडा जाने के लिए झकरकटी बस स्टेशन रवाना हुआ था।
हृदय गति रुकने से हुई मौत: मनोज ने बताया कि उसके चाचा श्याम नारायण का 26 जनवरी को हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी, 28 जनवरी को चाचा की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करने के लिए उसका चचेरा भाई ट्रेन में सवार होकर कानपुर आया था। उसने बताया कि राम सूरत आजमगढ़ में सिलाई का काम करता था, इन दिनों वह घर पर ही मौजूद था, तभी पिता की डेथ हो गई थी। राम सूरत के परिवार में पत्नी रीना के साथ पांच बच्चे है।
गांव में शोक: रविवार को पिता की मौत हो गई थी, बुधवार के देर रात राम सूरत का शव उसके पैतृक गांव धनवा के मौर्य नगर पहुंचा, जिससे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, वही परिजनों में कोहराम मच गया। आज गुरुवार को मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। पिता की मौत के बाद पुत्र के मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है।
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