उत्तर प्रदेश के बरेली में एंटी करप्शन टीम ने चौकी इंचार्ज को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। चौकी इंचार्ज ने मुकदमे के विवेचना में मदद करने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी। मामले में शिकायत हो जाने के उपरांत भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने गिरफ्तार कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक एंटी करप्शन टीम इकाई बरेली ने चौकी इंचार्ज को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। भुडिया कॉलोनी चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज दीपचंद के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मारपीट के मामले की विवेचना: बताया जाता है कि 31 दिसंबर को बहेड़ी पुलिस में मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया था। एंटी करप्शन टीम से शिकायत करने वाले युवक के चाचा और भाइयों को मुकदमे में आरोपी बनाया गया था। 31 दिसंबर के मारपीट के मामले में दोनों पक्षों ने शिकायत किया था लेकिन पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया था। जिसकी जिसकी जांच भुढिया कॉलोनी चौकी इंचार्ज दीपचंद कर रहे थे।
50 हजार रुपए में सौदा: चौकी इंचार्ज ने मुकदमे में आरोपी बनाए गए युवक को बयान लेने के लिए बुलाया, चौकी इंचार्ज ने कहा कि मामले में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार करने के लिए बहुत दबाव है, मामले में कार्रवाई की जाएगी, सभी को जेल जाना पड़ेगा, अगर गिरफ्तारी से बचना चाहते हो तो पच्चास हजार रुपए खर्च करने पड़ेंगे। तब युवक ने कुछ समय मांग कर रिश्वत देने के लिए हां कर दिया।
एंटी करप्शन टीम से शिकायत: रिश्वत देने का दरोगा को आश्वासन देकर युवक ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क करके पूरी बात बताई। इसके बाद रिश्वत मांगने के मामले में गोपनीय जांच की गई। जिससे रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई।
कार्यालय से गिरफ्तार: एंटी करप्शन टीम ने सोमवार की रात चौकी इंचार्ज दीपचंद को उनके कार्यालय से पचास हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। मामले में आरोपी दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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