उत्तर प्रदेश के मेरठ में तैनात उप निरीक्षक रिश्वत की मोटी रकम लेने के लिए उत्तर प्रदेश से सफर करते हुए हरियाणा पहुंच गए।दो लाख रुपए रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने दरोगा को दबोच लिया।
जिले के भावनपुर थाना में अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें एक पक्ष हरियाणा से संबंधित था, विवेचना के दौरान उप निरीक्षक ने मामले को रफा दफा करने के लिए दो लाख रुपए के रिश्वत की मांग की थी। तब शिकायतकर्ता ने कहा था कि जांच के दौरान आने पर मामला सेटल हो जाएगा। इधर शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क करके पूरे मामले से अवगत करा दिया। तब एंटी करप्शन टीम ने रिश्वतखोर दरोगा को गिरफ्तार करने के लिए जाल बुन लिया।
क्या है पूरा मामला: बताया जाता है कि भावनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले पिता ने कुछ दिन पहले बेटी के किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा था कि हरियाणा के पलवल हथीन गांव के रहने वाले हकीम हुसैन, जावेद हुसैन, शोएब हुसैन ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बेटी को किडनैप कर लिया है। मामले में उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह को विवेचना मिली हुई थी। विवेचना के दौरान उप निरीक्षक ने मुकदमे के विपक्षी से कहा था कि 2 लाख खर्च करने पर पूरे मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाते हुए मुकदमा खत्म कर दिया जाएगा।
रवानगी कराकर पहुंचे दरोगा: मुकदमे के विपक्षी ने दरोगा को तय गए रकम के उपलब्ध हो जाने की बात बताते हुए हरियाणा के पलवल हथीन में बुलाया था। मोटी रकम लेने के लिए उप निरीक्षक विवेचना करने के लिए रवानगी करवाते हुए हथीन पहुंच गए। जहां पहले से ही मौजूद एंटी करप्शन ब्यूरो फरीदाबाद ने रिश्वत लेते ही दरोगा को पलवल के हथीन उटावड़ रोड से रिश्वत के रकम सहित गिरफ्तार कर लिया।
7 वर्ष पहले बने दरोगा: बताया जाता है कि उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह वर्ष 2017 में प्रमोट होकर दरोगा के पद पर तैनात हुए थे, वर्ष 1998 बैच में उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर हेड कांस्टेबल भर्ती हुए थे। 7 महीने पहले खरखौदा थाने से स्थानांतरित होकर भावनपुर थाना में तैनात हुए थे।
मुकदमा दर्ज:उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह को गुरुवार के दोपहर एसीबी फरीदाबाद टीम ने गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
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