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पूर्व सासंद बृजभूषण शरण सिंह का छलका दर्द, शायरी पढ़ते हुए कहा कि मुझे जबरदस्ती रिटायर कर दिया



गोंडा:झूठों के शहर में मैं सच बोल बैठा, शायरी के साथ पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपना दर्द बयां कर दिया। उन्होंने मंच से शायरी पढ़ते हुए आगे कहा कि वह नमक का शहर था मैं जख्म खोल बैठा, 

दरअसल कैसरगंज लोकसभा के पूर्व बीजेपी सांसद गोंडा जिले के कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र के आटा परसपुर में महाकवि तुलसीदास महाविद्यालय में आयोजित कंबल वितरण समारोह में कंबल वितरित करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए अपना दर्द बयां कर दिया।



पूर्व सांसद का संबोधन: जनसभा को संबोधित करने के बाद पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जन्मदिवस के उपलक्ष में बांटे जाने वाले कंबल सैकड़ो लोगों को वितरित किया। यहां कंबल वितरित करने पहुंचे पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का दर्द मंच पर छलक उठा। उन्होंने लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलने का दर्द बयां करते हुए शायरी कहा। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने राहत इंदौरी की मशहूर शायरी “ झूठों के शहर में मैं, झुंठ्ठों के शहर में मैं सच बोल बैठा, मैं सच बोल बैठा,वो नमक का शहर था मैं जख्म खोल बैठा” इसके आगे पूर्व सांसद ने कहा कि चलिए कोई बात नहीं, बढ़िया चल रहा है आनंदमय चल रहा है, हमको तो रिटायर्ड कर दिया जबरदस्ती, जनता नहीं चाहती थी कि हम रिटायर हो, उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा की डेढ़ घंटे एक्सरसाइज करते हैं रिटायर कर दिया, कोई बात नहीं, “हुई है वही जो राम रच राखा” सांसद ने आगे कहा कि मैंने कहा था कि मैं ज्यादा सेवा करूंगा, रिटायर होने के बाद ज्यादा सेवा करूंगा, ज्यादा सक्रिय रहूंगा। आप लोग देखते होंगे कि मैं बैठता नहीं हूं अभी, भगवान करे मेरे ऐसे सहयोगी हमेशा बने रहें, इन्हीं की बदौलत हम आप लोगों की सेवा करते रहें।

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