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गोंडा के शिक्षक की पुत्री आद्या ने लहराया परचम,इंडिया बुक रिकॉर्ड में बनाया स्थान



उत्तर प्रदेश में गोंडा के शिक्षक की 4 वर्षीय पुत्री आद्या ने अपनी प्रतिभा से सब को चकित कर दिया है। महज 4 वर्ष की उम्र में अपनी प्रतिभा का ऐसा परचम लहराया है कि अब उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। बेटी का नाम इंडिया बुक रिकॉर्ड में दर्ज होने की जानकारी मिलती ही घर में खुशी की लहर दौड़ गई। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के न्यू इंदिरा नगर कॉलोनी में रहने वाले अरुण मिश्रा की 4 वर्षीय पुत्री आद्या ने अपनी प्रतिभा और कौशल के जरिए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना स्थान बना लिया है। आद्या ने महज कुछ ही सेकंड में भारतीय संविधान के प्रस्तावना को मौखिक रूप से सुना दिया है।

LKG की छात्रा है आद्या: बताया जाता है कि आद्या जिले के निजी विद्यालय में LKG की छात्रा है, उसकी विद्यालय के विभिन्न एक्टिविटीज में रुचि रहती है। विद्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर बेहतर प्रदर्शन करती है।



इंडिया बुक रिकॉर्ड में बनाया स्थान: आद्या ने भारत के संविधान की आत्मा और कुंजी कहे जाने वाले प्रस्तावना को कंठस्थ करके महज 38 सेकेंड में मौखिक रूप से सुना दिया। बता दें कि प्रस्तावना के शब्दों में अत्यधिक जटिलता भरी हुई है, अपने जटिल शब्दों के कारण ही व्यापक अर्थ से भरा हुआ है। जिसे कंठस्थ करना और पढ़ना वयस्क के लिए भी समस्या होती है, ऐसे छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उन्हें भी कंठस्थ करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन महज 4 वर्ष की मासूम आद्या ने कंठस्थ ही नहीं किया, बल्कि केवल 38 सेकंड में मौखिक रूप से पूरा सुना करके रिकॉर्ड कायम कर दिया।

घर में अध्ययन का माहौल: बेटी के प्रतिभा के बाबत शिक्षक पिता अरुण मिश्रा ने बातचीत के दौरान बताया कि वह खुद सिविल परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में घर में अध्ययन का माहौल बना हुआ है। छोटी उम्र में स्मरण शक्ति काफी तीव्र होती है, इस उम्र में बच्चे जो भी कंठस्थ करना चाहे आसानी से कर सकते हैं। उसी का परिणाम है कि पुत्री की प्रतिभा बढ़ रही है। बच्चों को सही दिशा निर्देश व मार्गदर्शन करने की जरूरत होती है।

आईबीओ टीम ने किया मेल: आद्या का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करने के संबंध में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के टीम ने मेल के जरिए जानकारी देते हुए कहा है कि भारत के संविधान का प्रस्तावना सबसे कम समय 38.38 सेकेंड के अंदर 4 वर्षीय बच्ची आद्या ने सुनाया है, इसलिए उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है।

गोंडा से कृष्ण मोहन की रिपोर्ट 


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