उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में ग्राम प्रधान से रिश्वत मांगना दरोगा को भारी पड़ गया, दरोगा के खिलाफ ग्राम प्रधान ने एंटी करप्शन टीम में शिकायत दर्ज करवा दी। इसके बाद टीम ने दरोगा को देर रात में एक लाख 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट कर लिया।
बता दे कि एक मामले में विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक बेचन यादव ने ग्राम प्रधान को जेल भेजने की धमकी देते हुए कहा था कि जेल जाने से बचना है तो दो लाख रुपए खर्च करने पड़ेंगे। तब प्रधान ने दरोगा से रुपए कम करने की गुजारिश करते हुए अपनी बात रखी। दरोगा ने मांगे गए रिश्वत के रकम में ग्राम प्रधान को 50 हजार रुपए की छूट दे दी। इस दौरान ग्राम प्रधान ने दरोगा से रुपए इकट्ठा करने के लिए कुछ दिन के समय की भी मांग कर ली।
छेड़छाड़ मामला: बताया जाता है कि हसनगंज कोतवाली अंतर्गत एक गांव में रहने वाली महिला ने बीते वर्ष के 18 दिसंबर को पांच लोगों को नामजद करते हुए 7 लोगों के मारपीट व छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोपियों की पैरवी: मुकदमे की विवेचना कोतवाली में तैनात उप निरीक्षक बेचन यादव को मिली थी, विवेचना के दौरान ग्राम प्रधान आरोपियों के बचाव में पैरवी कर रहे थे।
दो अज्ञात में प्रधान का नाम शामिल करने की धमकी: इसी दौरान दरोगा को प्रधान से रुपए ऐंठने लालच आ गया। उन्होंने ग्राम प्रधान को मुकदमे में दर्ज दो अज्ञात नाम के जगह पर उनका नाम शामिल करने की धमकी दे डाली। इस दौरान दरोगा ने कहा कि मामले में बचाव के एवज में ₹200000 खर्च आएगा।
एंटी करप्शन टीम से शिकायत: दरोगा के धमकी से डरे ग्राम प्रधान ने मामले में एंटी करप्शन टीम लखनऊ को अवगत कराते हुए अपनी पीड़ा बताई। मामले को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार की रात लगभग 9 बजे हसनगंज लखनऊ रोड स्थित मोहान तिराहा के पास एक लाख पचास हजार रुपए रिश्वत लेते हुए दरोगा बेचन यादव को अरेस्ट कर लिया।
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