उत्तर प्रदेश के इटावा पुलिस ने दो करोड़ के मोबाइल की चोरी का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यूट्यूब से डिजिटल लॉक खोलने के तरीकों को सीख कर शातिर बदमाशों ने दो करोड़ की मोबाइल चुरा ली थी। इसके बाद लॉक को पुनः सील भी कर दिया था, मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से मोबाइल की खेप बरामद की है।
दरअसल 28 दिसंबर को जिले के इकदिल थाना क्षेत्र में मोबाइल की कंटेनर का डिजिटल लॉक खोलकर करोड़ों के चोरी कर ली गई थी, कंटेनर के गंतव्य पर पहुंचने के उपरांत चोरी का खुलासा हुआ था। मोबाइल के मिलान के दौरान मोबाइल की संख्या में कमी आई थी। तब मामले में देवरिया मड़कड़ा के रहने वाले ट्रांसपोर्ट मैनेजर दुर्गेश मिश्रा पुत्र त्रिगुणानन्द ने 10 जनवरी को इकदिल पुलिस में सूचना देकर घटना से अवगत कराया था।
कोलकाता जा रहा था कंटेनर: ट्रांसपोर्ट मैनेजर ने जानकारी देते हुए कहा था कि वह फर्म मेडालियन ट्रान्सलीन एलएलपी में ट्रांसपोर्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत है, फर्म का कंटेनर 28 दिसंबर को दिल्ली स्थित डिपो से 21 करोड़ रुपये के माल को लोड करके कोलकाता के लिए जा रहा था। 31 दिसंबर को कोलकाता डिपो में गाड़ी पहुंची तो उसमें माल का मिलान करने पर 1.75 करोड़ रुपए का माल नहीं मिला।
जीपीएस से हुई जानकारी: मैनेजर ने बताया कि जीपीएस चेक करने पर ज्ञात हुआ कि ड्राइवर ने इटावा के इकदिल थाना क्षेत्र के नारायण ढाबा पर गाड़ी खड़ी की थी। देर रात में इलेक्ट्रॉनिक ताले के साथ छेड़छाड़ की गई है। ट्रांसपोर्ट मैनेजर के शिकायती पत्र पर इकदिल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था।
तीन टीमों का गठन: मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने चोरी का पर्दाफाश करने के लिए एसओजी, सर्विलांस और इकदिल पुलिस सहित तीन टीमों का गठन कर जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने के लिए निर्देशित किया था। इस दौरान पुलिस ने जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे का बारीकी से निरीक्षण किया। जिससे संदिग्धों की पहचान हो गई। मामले में पुलिस ने बुधवार के दोपहर चेकिंग अभियान चला कर ब्रेजा कार पर सवार होकर कानपुर के रास्ते इटावा के तरफ आ रहे बदमाशों को बिरारी पुल के पास रोकने का प्रयास किया। तब कार सवार आरोपी पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस टीम ने घेर कर पकड़ लिया।
चलते कंटेनर में चोरी: पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मोबाइल चोरी की योजना बनाते हुए नारायण ढाबे के पास कंटेनर के डिजिटल लॉक को तोड़कर कंटेनर के अंदर घुस गए थे। चलते हुए कंटेनर में बॉक्स को खोलकर मोबाइल चुरा लिया था। खोले गए बॉक्स को टेपिंग करके वापस सील कर दिया था। आरोपियों ने बताया कि कुछ मोबाइलों को बेच दिया है, शेष मोबाइल अभी उपलब्ध है।
गिरफ्तार आरोपी: मामले में पुलिस ने उन्नाव जिले के सफीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोटहिया गांव के रहने वाले रोहित पुत्र रामवाला गौतम, अलीगढ़ जिले के अतरौली थाना क्षेत्र के बृह्मवीर नगर के रहने वाले राजवीर पुत्र ब्रह्मदेव सिसोदिया व नागेन्द्र सिंह पुत्र लाल सिंह सिसोदिया, एटा जनपद के पिलुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ागांव के रहने वाले मोहित पुत्र माखनलाल गौतम, एटा जनपद के अवागढ़ थाना क्षेत्र के वीरनगर में रहने वाले विजय कुमार पुत्र तुरसन पाल और एटा के नगर कोतवाली अंतर्गत जरसमी के रहने वाले चांद पुत्र इकबाल खान को गिरफ्तार किया है।
बोले एसपी: मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों के निशानदेही पर मोटोरोला कंपनी की 202 मोबाइल जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ रुपए, एक ब्रेजा कार, 10 लाख 50 हजार रुपए नगद,प्लास, पेचकस, टेस्टर, डिजिटल लॉक, सील, रिपिट मशीन, टूल बॉक्स, बैटरी छोटी व बड़ी, 10 पॉकिट बैटरी, ड्रिल मशीन व लोहे की 6 बिट, ड्रिल चार्जर, 2 कटर छोटा व बड़ा, 3 रेती छोटी व बड़ी, 3 टेप, 1 कैंची, 2 लैपटॉप, 1 लैपटॉप बैटरी, 1 माउस, 1 टार्च, 3 लाइटर लाल, पीला,काला तार करीब 20 मीटर, सफेद तार लगभग 15 मीटर, एयरटेल व जिओ कंपनी का 2 वाईफाई डिवाइस बरामद किया गया है। बदमाशों ने यूट्यूब से डिजिटल लॉक खोलने और सील करने का तरीका सीख कर घटना को अंजाम दिया था।
25000 का पुरस्कार: पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सराहनीय कार्य करने के लिए घटना का खुलासा करने वाली टीम का उत्साहवर्धन के लिए 25 000 रुपए नगद पुरस्कार राशि पुरस्कृत किया गया है।
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