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गोंडा से अयोध्या पहुंची युवती ने लगाया गैंगरेप का आरोप, बयान के दौरान बदल गई युवती, फर्जी मुकदमा के लिए प्रेरित करने वाले के खिलाफ होगी कार्यवाही



उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां युवती ने गैंग रेप का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन जब बयान देने की बात आई तो वह बदल गई। जिससे फर्जी गैंग रेप की पुष्टि हो गई है। अब पुलिस उन लोगों के तलाश में जुटी जिनके बहकावे में आकर युवती ने मुकदमा दर्ज कराया था।

 प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोंडा जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र की रहने युवती ने तीन लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने जांच शुरू किया, इस दौरान युवती बार बार अपना बयान बदलती रही।

जानिए पूरा मामला: दरअसल रविवार के देर रात रौनाही थाना क्षेत्र से डायल 112 पुलिस को सूचना मिली, कि एक युवती बेहोशी की स्थिति में पड़ी हुई है। पीआरबी पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए युवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल में भर्ती कराया।

युवती का आरोप: उपचार होने के उपरांत युवती में तीन लोगों को आरोपी बनाते हुए कहा कि नौकरी दिलाने का झांसा देकर गोंडा से अयोध्या जनपद के कैंट थाना क्षेत्र अंतर्गत सहादतगंज के पास बुलाया गया था, युवती ने आरोप लगाते हुए कहा था कि उन लोगों ने कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा पिलाकर रौनाही थाना क्षेत्र के एक जंगल में गैंग रेप किया है।

मुकदमा दर्ज: मामले को गंभीरता से लेते हुए रौनाही पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया था, लेकिन इसी दौरान युवती अपने आरोपों से पलट गई। अपना मेडिकल परीक्षण कराने से इनकार करते हुए, अपना बयान बदलने लगी। युवती ने कहा कि किसी के बहकावे में आकर उसने मुकदमा दर्ज कराया था। 

बोले एसएसपी: मामले की जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर ने बताया कि पीड़िता के शिकायत पर मुकदमा दर्ज का जांच शुरू कर दिया गया था, घटनाक्रम को लेकर पूछताछ के दौरान युवती बार-बार अपना बयान बदल रही थी। मामले में पुलिस ने अपने स्तर से जांच पड़ताल किया तो पाया गया कि युवती ने जिन तीन युवकों पर आरोप लगाया था उनके बारे में ज्ञात हुआ कि वह तीन युवक युवती के द्वारा बताए गए स्थान पर उपस्थिति ही नहीं थे। उनकी मौजूदगी किसी अन्य स्थान पर होने के साक्ष्य मिले। जांच के साक्ष्य को युवती के सामने रखकर पूछताछ किया गया तब, युवती ने बताया कि उसने किसी के बहकावे में आकर आरोप लगाया था। युवती ने चिकित्सीय परीक्षण से इनकार कर दिया, मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 का बयान कराया गया। एसएसपी ने बताया कि जिन युवकों के ऊपर आरोप लगाया गया था, उनमें से किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। युवती ने जिसके बहकावे में आकर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है उसके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया प्रचलित है।

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