उत्तर प्रदेश के इटावा में महिला का पति अपनी प्रेमिका का आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। पति के अवैध संबंध की बात जानकर पत्नी का भी पर चढ़ गया। इसके बाद प्रेमिका और पत्नी ने मिलकर युवक के हत्या का प्लान बना लिया।
बता दें कि 11 जनवरी की रात संदिग्ध परिस्थितियों में राघवेंद्र सिंह यादव का उनके ही घर में अधजला हुआ शव बरामद हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया था। जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रेमिका और पत्नी का बनाया हुआ प्लान धरा रह गया। मृतक के सिर में गंभीर चोट के निशान ने दुर्घटना को प्री प्लान में तब्दील कर दिया।
आग से जलकर मौत:दरअसल 11 जनवरी की रात लगभग 1:00 बजे सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत वृंदावन कॉलोनी की रहने वाली मृतक की पत्नी ने डायल 112 को फोन करके जानकारी देते हुए कहा कि उसके घर में आग लग गई है। घर में पति राघवेंद्र यादव ने आग लगा ली जिससे जलकर मौत हो गई है।
जलने से पहले हुई मौत: मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम ने जायजा लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के सिर में गहरी चोट के निशान पाए गए। जांच के दौरान पाया गया कि जलने से नहीं बल्कि सिर पर गंभीर चोट पहुंचाने से राघवेंद्र यादव की मौत हुई है।
पुत्र ने दर्ज करवाया हत्या का मुकदमा:मामले की जानकारी मिलने पर औरैया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र के सुभानपुर गांव में रहने वाला मृतक राघवेंद्र सिंह यादव का पुत्र प्रिंस यादव मौके पर पहुंच गया। सिविल लाइन पुलिस में शिकायती पत्र देते हुए अपनी मां को पिता का हत्या आरोपी बताया। जिसमें कहा कि उसकी मां ने उसके पिता की हत्या कर दी है।
महिला गिरफ्तार:पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतक की पत्नी को क्षेत्र के मोती झील चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया, आरोपी महिला से पूछताछ के उपरांत पुलिस ने महिला के निशानदेही पर लोहे की मूसल ( इमामदस्ते का लोहे का मूसल) बरामद कर लिया।
पूछताछ में मिली हैरानी भरी जानकारी: मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक का शव उसके बिस्तर में अधजले अवस्था में पाया गया था, मृतक की पत्नी से पूछताछ किया गया तो उसने बताया कि मृतक की प्रेमिका थी, जिसका उसने कुछ फोटो निकाल लिया था। मृतक राघवेंद्र पत्नी और प्रेमिका को मारता पीटता था, जिससे दोनों ने तालमेल बनाकर हत्या करने का प्लान बना लिया था। पहले लोग नुमाइश देखने गए, वापस लौट कर राघवेंद्र को नशीला पदार्थ खिलाकर सुला दिया, सोने के बाद आग लगा दिया। आग लगाने से पहले लोहे के मुसल से राघवेंद्र के सिर पर चोट पहुंचाई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने से ही मौत हुई है। पुलिस को गुमराह करने के लिए शॉर्ट सर्किट का नाम देकर स्टोरी बनाई गई थी। जिससे यह लगे कि शॉट सर्किट में आग लगने से मौत हो गई है।
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