उत्तर प्रदेश की अमेठी पुलिस ने विद्यालय संचालक की हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी दो दोस्त को गिरफ्तार किया है। युवक संजीव मिश्रा विद्यालय में पढ़ाने वाली शिक्षिका से फोन पर बात किया करता था। यह बात जब शिक्षिका के भाई को पता चली तो गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले का पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 9 दिसंबर को जिले के जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत जोरावरपुरा मठिया कल्याणपुर गांव का रहने वाला संजीव मिश्रा पुत्र रजनीश कुमार मिश्रा शादी समारोह में शामिल होने के लिए भवन शाहपुर गांव के रहने वाले अनुज सिंह के यहां गया हुआ था। वहां से पूरी रात वापस घर नहीं लौटा।घर वालों ने फोन मिलाकर संजीव से न लौटने की जानकारी चाही तो, फोन रिसीव नहीं हुआ। 10 दिसंबर की सुबह 8:30 बजे घर वालों को पता चला कि संजीव मिश्रा की हत्या हो गई है। उसका शव गांव के पास संतोष तिवारी के खेत में पड़ा हुआ है।मामले की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया, मृतक के पिता ने स्थानीय पुलिस में शिकायती पत्र देकर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
जांच में हुआ खुलासा: मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने जामो पुलिस को मामले का खुलासा करने के लिए निर्देशित किया था, जिसके बाद सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। मुखबिर खास के सूचना पर पुलिस ने कल्याणपुर मोड बाबूपुर तिराहा के पास से जिले के जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा मऊ गांव के रहने वाले आदित्य मिश्रा पुत्र रमेश कुमार और जामो कस्बे के रहने वाले विशाल सिंह पुत्र त्रिभुवन सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
फोन पर बात करना बना हत्या का कारण:पुलिस के पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों दोस्त (आदित्य और संजीव) मिलकर जामो में डिवाइन किंडर प्ले स्कूल का संचालन करते थे। कुछ दिन पहले उसकी बहन विद्यालय में पढ़ाने के लिए जाने लगी थी, इस दौरान संजीव बहन से बातचीत करने लगा था, यह बात मुझे नागवार गुजरी, मना करने के बावजूद भी संजीव नहीं माना, वह फोन पर बहन से बात किया करता था, इसलिए उसे खत्म करने का मन बना लिया था।
होने लगी थी ग्लानि: दोनों के बातचीत के बारे में लोगों को पता चल चुका था, वह लोग इस बारे में बताते थे तब ग्लानि महसूस होती थी, संजीव के कारण से क्षेत्र में बदनामी होनी शुरू हो गई थी, इसलिए संजीव को जान से मार देने के मौके की तलाश में था।
शराब पिलाकर की हत्या: पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 9 दिसंबर को पूरे दिन संजीव के साथ रहकर शराब का सेवन किया। अनुज सिंह के बहन के शादी में शामिल होने के लिए उनके घर गए। वहां पर विशाल से मुलाकात हो गई। अपनी योजना बताते हुए विशाल को भी शामिल कर लिया।
बहाने से ले जाकर हत्या: मोटरसाइकिल से कुछ सामान लेकर आने के बहाने संजीव को मोटरसाइकिल पर लेकर निकला, रास्ते में विशाल को साथ में ले लिया। तीन लोग मोटरसाइकिल पर सवार होकर रास्ते में पड़ने वाले विद्यालय के पास रुक गए। शराब पीने के बहाने विशाल को रोड पर खड़ा करके आगे बढ़ गया। तभी मौका पाकर अकेले में संजीव को गोली मारने के लिए फायर कर दिया, लेकिन गोली नहीं लगी, संजीव भागने लगा, इस दौरान संजीव से हाथापाई होने लगी, उठकर फिर भगाने के दौरान संजीव लड़खड़ा कर गिर गया, तभी संजीव के चेहरे व गर्दन पर तमंचे के बट से मार दिया, जिससे संजीव बेहोश हो गया। इसके बाद संजीव की गला दबाकर हत्या कर दी। वहां से वापस जाकर शादी समारोह में शामिल हो गए।
तमंचा बरामद: पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर नहर के बगल झाड़ी में छुपाए गए तमंचा, एक खोखा कारतूस 315 बोर बरामद कर लिया है।
बोले एसपी: मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महज 24 घंटे के भीतर हत्याकांड का खुलासा किया गया है, दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, उनकी निशानदेही पर अवैध तमंचा बरामद कर मुकदमे के धार में बढ़ोतरी की गई है।
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