उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पुलिस ने कूट रचित व फर्जी वीजा बनाकर कुवैत भेजने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दूतावास पर वीजा का सत्यापन किए जाने पर मामले का भंडाफोड़ हो गया। आरोपी लाखों रुपए लेकर लोगों से ठगी करने का काम करते थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के तुलसीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रेहरा गांव के रहने वाले शकील अहमद पुत्र असगर अली ने 13 अक्टूबर को थाना कोतवाली उतरौला में मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा था कि गैडास बुजुर्ग थाना क्षेत्र अंतर्गत मझौवा कुर्थुवा गांव के रहने वाले मो• ताहिर खान पुत्र रईस जमीर अहमद खान और उतरौला के नया नगर विशुनपुर गांव के रहने वाले ताहिर अली पुत्र मुनव्वर अली अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को कुवैत भेजने का काम करते हैं। कुवैत का वीजा बनवाने के नाम पर धोखे से चार लाख पैंतीस हजार रुपये हड़प लिया है। आरोप लगाया था कि कूट रचित वीजा तैयार कर पीड़ितों का मेडिकल कराए जाने के नाम पर 50 हजार रुपए लेते हैं, मेडिकल में फेल हो जाने पर एक लाख रुपए की मांग की गई, जिसे भी दिया गया।
मामले में पुलिस ने आरोपियों के द्वारा दिए गए वीजा का दूतावास से सत्यापन कराया तो वीजा कूटरचित पाया गया। मामले की जांच में पुलिस ने आरोप सही पाया। पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद अहमद ने ने मिलकर मोहम्मद ताहिर के कहने पर पीड़ितों को लखनऊ ले जाकर उनका मेडिकल कराया था। इसके बाद पुलिस ने मुकदमे के धारा में बढ़ोतरी करते हुए 467, 468, 471 के साथ 120 बी शामिल किया।
आरोपी का खाता सील: मामले में पुलिस गैंडास बुजुर्ग थाना क्षेत्र अंतर्गत मझौवा कुर्थुवा गांव के रहने वाले मोहम्मद ताहिर पुत्र मोहम्मद रईस उर्फ जमीर अहमद जो वर्तमान समय में दुबई में है, उसके बैंक खातों की जानकारी कर खाते को सील करने की कार्रवाई में जुटी हुई है। पुलिस के द्वारा आरोपी का वीजा कैंसिल कराने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जिससे आरोपी दुबई से वापस आ जाए। तब ताहिर के गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
तीन गिरफ्तार एक का इंतजार:जांच पड़ताल के उपरांत उतरौला पुलिस ने मामले में थाना कोतवाली उतरौला के नयानगर विशुनपुर गांव में रहने वाले ताहिर अली पुत्र मुनव्वर, थाना गैंडास बुजुर्ग अंतर्गत मझौवा कुर्थुवा गांव में रहने वाले मोहम्मद आरिफ पुत्र मोहम्मद रईस उर्फ जमीर अहमद और मझौवा कुर्थुवा गांव के रहने वाले मोहम्मद अहमद पुत्र मोहम्मद हनीफ को गिरफ्तार कर लिया है। वही मोहम्मद ताहिर पुत्र मोहम्मद रईस उर्फ जमीर अहमद के प्रत्यर्पण की कार्रवाई प्रचलित है, वीजा कैंसिल होते ही आरोपी के आने पर गिरफ्तार किया जाएगा।
पांच लोगों का कराया था मेडिकल:पुलिस के पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि हम सभी लोग मिलकर वीजा बनाने का काम करते थे, शकील अहमद को कुवैत भेजने के लिए वीजा बनवाने की बात हुई थी।चार लाख पैंतीस हजार रुपये लिया था, इसके बाद मेडिकल करवाने की एवज में डेढ़ लाख रुपए लिया था। मेडिकल ना होने की दशा में शकील अहमद को पच्चास हजार रुपये वापस कर दिया था। आरोपियों ने बताया कि मोहम्मद ताहिर पुत्र रईस उर्फ जमील अहमद खान के कहने पर पांच लोगों को लखनऊ ले जाकर मेडिकल कराया था ।
बलरामपुर से अखिलेश्वर तिवारी की रिपोर्ट
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