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रिक्शा चालक को शिक्षा विभाग ने बना दिया फर्जी टीचर, थमा दिया 51 लाख 63 हजार का नोटिस



उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में शिक्षा विभाग ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है, रिक्शा चालक को फर्जी दस्तावेज के जरिए शिक्षक बनकर नौकरी करके सरकारी तनख्वाह लेने के आरोप में 51 लाख 63000 की रिकवरी भेजा है। नोटिस मिलने के बाद रिक्शा चालक के होश उड़ गए। 

 प्राप्त जानकारी के मुताबिक 12 दिसंबर को श्रावस्ती जिले के शिक्षा विभाग ने हैरतअंगेज कारनामा कर दिखाया है। रिक्शा चला कर घर गृहस्ती चलाने वाले रिक्शा चालक को 51 लाख 63000 रुपए के रिकवरी की नोटिस थमा दी गई, यही नहीं उसे फर्जी दस्तावेज के जरिए सरकारी स्कूल में प्राइमरी का फर्जी मास्टर होने का आरोप भी लगाया गया। नोटिस मिलने के बाद रिक्शा चालक परेशान हो गया। 

रिक्शा चालक का दर्द:“रिक्शा चालक ने कहा कि रिक्शा चला करके वह परिवार चलाता है, सरकारी अधिकारी उसे परेशान कर रहे हैं, 51 लाख रुपया की मांग कर रहे हैं। वह उसे कैसे लाकर दे।” 

शिक्षा विभाग की नोटिस: शिक्षा विभाग ने भिनगा थाना क्षेत्र के गोडपुरवा गांव के रहने वाले मनोहर यादव पुत्र ठाकुर प्रसाद को दिए गए नोटिस में कहा गया कि आपने अंबेडकर नगर जिले के अकबरपुर तहसील अंतर्गत सीहमई कारीरात गांव के रहने वाले सुरेंद्र प्रताप सिंह पुत्र मैन बहादुर सिंह के नाम व पता का प्रयोग करते हुए शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालय जमुना विकासखंड के नौवापुरवा में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी की थी। मामले में आपके खिलाफ कार्रवाई करते हुए वर्ष 2020 के 14 जुलाई को आपकी सेवा समाप्त कर दी गई। मामले में आपके खिलाफ भिनगा पुलिस में मुकदमा दर्ज है।

एक सप्ताह के भीतर रुपए जमा करने की चेतावनी: शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया कि नौकरी करते हुए वर्ष 2020 के जून माह तक इक्यावन लाख तिरसठ हजार तिरपन रुपये एक सप्ताह में राजकोष में जमा करके संबंधित रसीद कार्यालय में प्रेषित करें, अन्यथा की दशा में धनराशि की वसूली के लिए भू राजस्व वसूली के तहत कार्रवाई की जाएगी।

हुई बड़ी गलती: मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद की गई गलती में सुधार करते हुए बेसिक शिक्षा कार्यालय के द्वारा दूसरी नोटिस जारी करते हुए प्रथम नोटिस को निरस्त कर दिया गया। 

नोटिस निरस्त:मामले में शिक्षा विभाग ने कहा कि बर्खास्त फर्जी शिक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह को दिया जाने वाला नोटिस मनोहर यादव को निर्गत हो गया है, जिसे तत्काल निरस्त किया जा रहा है।

श्रावस्ती से बृजेश गुप्ता की रिपोर्ट 


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