Ghaziabad me traffic inspector girftar : भ्रष्टाचार निवारण संगठन की मेरठ इकाई ने गाजियाबाद में तैनात यातायात उपनिरीक्षक को ऑटो चालक से 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जाता है कि क्षेत्र में चलने वाले ऑटो रिक्शा से यातायात ट्रैफिक पुलिस की द्वारा लगातार वसूली की जा रही थी, सुविधा शुल्क न देने वाले टैक्सी चालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान करने की धमकी दी जाती थी।
बताया जाता है कि जिन टैक्सी चालक के द्वारा सुविधा शुल्क दे दिया जाता है वे मनमानी पूर्वक ओवरलोड सवारियां भरकर चलने की छूट पा जाते थे। टैक्सी चलाने वाले वाहन चालको को सुविधा शुल्क देने के लिए लगातार विवश किया जाता था। इसी क्रम में शिकायतकर्ता टैक्सी चालक से टैक्सी चलाने के एवज में यातायात उपनिरीक्षक हरिओम राजपूत ने 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी।
एंटी करप्शन टीम में शिकायत: मामले में ऑटो चालक ने एंटी करप्शन टीम में शिकायत करते हुए यातायात उपनिरीक्षक के द्वारा मांगे जाने वाले सुविधा शुल्क से अवगत कराया।
यातायात उपनिरीक्षक गिरफ्तार: मामले को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछा कर यातायात उप निरीक्षक हरिओम राजपूत को ऑटो चालक से 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए यूपी गेट फ्लाईओवर के पास से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद टीम ने आरोपी यातायात दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
टीम ने बताया कि यातायात उप निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी उपनिरीक्षक ने ऑटो चालक से क्षेत्र में ऑटो चलाने के एवज में दस हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी, मामले में ऑटो चालक के शिकायत के बाद आरोपी उप निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
अपील: एंटी करप्शन टीम प्रभारी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कहीं भी राजकीय कर्मचारी या अधिकारी के द्वारा रिश्वत की मांग करने पर हेल्पलाइन नंबर 9454402484 पर फोन करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है, कार्रवाई की जाएगी।
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