अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में गुरुवार को चाचा नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया गया ।
14 नवम्बर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘‘बाल दिवस‘‘ मनाया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एमपी तिवारी ने भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण अर्पित किया। तत्पश्चात् आये सम्मानित अतिथि आचार्य रागानुगानन्द अवधूत महराज एवं आचार्य मेघदीपानन्द तथा शिश्य बैद्यनाथ साहू तथा अंकित चौहान को पुश्पगुच्छ देकर बैज लगाकर तथा अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया। प्रबन्ध निदेशक ने बच्चों को बताया कि हर साल हम 14 नवंबर के दिन बाल दिवस के रूप में मनाते है। इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिवस भी होता है। इसलिए उनके सम्मान में बाल दिवस मनाया जाता है। पंडित जवाहर लाल नेहरू बच्चों से बेहद लगाव रखते थे और बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। साथ मे यह भी बताया कि बाल दिवस के रूप में मनाया जाने वाला बच्चों का ये खास दिन देश के सभी बच्चों के लिए विशेश है। बच्चों का मन पवित्र और सच्चा होता है। हम कहते भी है कि बच्चे मन के सच्चे होते है। कोई बच्चा जब अपने जीवन की कच्च्ी उम्र में होता है तो उसे हम जैसा समझाते हैं वो वैसा ही समझता है। हर माता-पिता अपने बच्चों से बहुत प्यार करते है और अपने बच्चों की खुशी के लिए वह अपने दुख को भूल जाते है। एक शिक्षक के लिए उसके छात्र ही उसके अपने बच्चों की तरह होते है, जिन्हें वह अच्छी से अच्छी शिक्षा देकर जीवन के सही मार्ग पर चलना सिखाते है। मगर हमारे देश में आज भी न जाने कितने बच्चे ऐसे है जो अनाथ हैं और सही मार्ग से भटके हुए है। हमें ऐसे बच्चों की तरफ अपना ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। अतिथियों द्वारा विद्यालय के मैदान में समस्त छात्र-छात्राओं को योगाभ्यास कराते हुए बताया कि योग के विभिन्न रूपों से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीकों से लाभ मिलता है। योग, व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगो बल्कि मन, मस्तिश्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। यही कारण है कि योग से शारीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है। पंतजलि के अनुसार योग के 8 सूत्र बताए गए हैं जिसमें यम, नियम, आसन प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि इसमें ध्यान की वस्तु को चैतन्य के साथ विलय करना शामिल है। विद्यालय के आडोटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम में फैन्सी ड्रेस, समूह नृत्य, एकल गायन, भाषण तथा रैम्प वॉक का आयोजन किया गया। कक्षा-एल0के0जी0 व यू0के0जी0 के छात्र-छात्राओं द्वारा समूह नृत्य (गीत-छोटा बच्चा जानके) नामक गीत पर श्रद्धा, तुलसी, शास्वत, आरायना, सानवी, श्रुतिका, अभ्युदया तथा मानस, कक्षा-2 की छात्राओं द्वारा समूह नृत्य (गीत-इत्ती सी हंसी) नामक गीत पर आराध्या, साक्षी, सौम्या, मोहनी, प्रज्ञा, इशिका तथा आदिती, फैन्सी ड्रेस में उजेर, हलाता, अर्जुन तथा विराट ने प्रतिभाग किया। कक्षा-4 की छात्राओं द्वारा समूह नृत्य (गीत-गो-गो गोलमाल) नामक गीत लवण्या, आरोही, मेधावी, मरियम एवं काव्या, एकल गान (गीत-रोजान-रोजाना) नामक गीत पर कक्षा-11 की छात्रा प्रतिभा शुक्ला ने मनमोहक गीत प्रस्तुत किया। भाशण कार्यक्रम में आयूश, सौम्या, अवन्तिका, श्रृश्टि, आराध्या, अमन, यशवी, सोमनाथ, एस0के0 सौर्य, प्रथमेश, श्रेया, प्रज्ञा, काव्या, जयश, हलाता, अरहमा, मिसिका, परिधि, सिया तथा स्तुति ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया। इसी क्रम में रैम्प वॉक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें आराध्या एवं आस्था ने प्रथम, सिमर एवं अनिश्ठा ने द्वितीय तथा श्रेयसी एवं यती ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अन्त में प्रबन्ध निदेशक, उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय एवं राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापकिओं ने समस्त छात्र छात्राओं को कुरकुरे, बिस्कुट, टॉफी, चाकलेट तथा पुस्तक आदि वितरित किया गया जिसे पाकर बच्चें बहुत उत्साहित हुए तथा खुशी से झूमते हुए अपनी-अपनी कक्षाओं में चले गये । प्रबन्ध निदेशक ने बच्चों द्वारा समूह नृत्य, एकल गायन, फैन्सी ड्रेस, भाषण एवं रैम्प वॉक की प्रस्तुति को देखकर समस्त प्रतिभागिओं का उत्साहवर्धन करते हुए रैम्प वॉक के विजेता छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया तथा आये हुए सम्मानित अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय, उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी, उर्वशी शुक्ला, किरन मिश्रा, लता श्रीवास्तव, उमा तिवारी, हर्शित यादव सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं नें छात्राओं के मनमोहक कार्यक्रम को देखकर सराहना की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
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