अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय पर गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के बड़ा पुल स्थित कैंप कार्यालय पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहर लाल नेहरू के जयंती अवसर पर श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
14 नवंबर को भारत देश के स्वतंत्रता सेनानी प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती कांग्रेस के पड़े पुल स्थिति शिविर कार्यालय पर विचार गोष्ठी वा श्रद्धांजलि सभा आयोजित करके मनाई गई । जिला अध्यक्ष अनुज कुमार सिंह ने कहा कि देश को आजादी दिलाने से लेकर देश में आज के जितने संसाधन हैं, वो पंडित नेहरू जी की सोच और दृढ़ इच्छाशक्ति की देन है । बड़े रईस घराने में जन्मे पंडित जी ने देश की आजादी के लिए लगभग दस सालों तक जेल की यातनाएं काटीं और जेल से ही तमाम किताबें लिखी, जिसको पढ़ने पर देश को गर्व होता है । नेहरू जी देश के ही नहीं विश्व के नेता थे और आज भी उनकी नीतियों से ही देश आगे बढ़ रहा है । वर्तमान सरकार नेहरू जी की नीतियों को हटाना चाहती है, लेकिन ऐसा होना संभव नहीं है । नेहरू परिवार के द्वारा चाहे देश की आजादी में दिया गया धन हो, चाहे आनंद भवन हो या स्वराज भवन हो आज भी लोग नहीं भूले हैं । नेहरू जी को बच्चे बहुत प्रिय लगते थे, इसलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है । वर्तमान प्रधानमंत्री जी जिस किसी देश में जाते हैं वहां उनके स्वागत में वहां के राष्ट्राध्यक्ष या जो भी नेता भाषण देता है तो वो यही कहता है कि आप गांधी नेहरू के देश से आए हैं ।यह मेरे लिए सबसे विश्वास की बात है । उन्होंने कहा कि नेहरू जी दुनिया में गुटनिरपेक्ष नेता के रूप में सबकी अगुवाई करते थे जिनके पीछे लगभग 137 देश खड़े होते थे, लेकिन आज के समय में भारत की कूटनीतिक विफलता के चलते भारत अकेला होता जा रहा है।
पीसीसी डाक्टर पंकज गुप्ता ने कहा कि नेहरू जी ऐसी शख्सियत हैं जिनके बारे में कहने लिखने के लिए वर्षों का समय भी कम पड़ जाएगा । आज़ के युवाओं को शोशल मीडिया द्वारा ग़लत जानकारी बताया जा रहा है, जो देश के इतिहास से खिलवाड़ करने जैसा है । उन्होंने कहा कि जो लोग नेहरू को नहीं जानते हैं वो लोग देश को नहीं जानते हैं। महासचिव विनय कुमार मिश्रा ने कहा कि नेहरू जी और देश को जानने के लिए हमें उनकी किताब भारत एक खोज पढ़नी चाहिए, जिससे आप असली भारत की तस्वीर को समझ सकते हैं । जेल की यातनाओं और अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने जैसे महान कार्यों को करने वाले आधुनिक भारत के निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू दुनिया के वो दूरदर्शी थे, जिनके भूखा नंगा लुटा पिटा भारत विरासत में मिला था और जिसमें विभिन्न जातियां संस्कार प्रथाएं हों उसको एक साथ बांधे रखना को बड़ा सोच वाला आदमी ही कर सकता है । अनेकता में एकता को कायम कर पंडित जी ने दुनिया में अपना लोहा मनवाया। जिला प्रवक्ता घनश्याम मिश्रा ने कहा कि हम सबको देश के बचाने के लिए और लोगों में भाईचारा बहाल करने के लिए देश में नेहरू जी के सिद्धांतों को आगे बढ़ाना ही पड़ेगा यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डाक्टर प्रतीक मिश्रा ने कहा कि आटो बायोग्राफी लिखकर नेहरू जी ने दुनिया को सही दिशा दिखाया है । नेहरू एक विचार धारा हैं । नेहरू चाचा बच्चों को भारत का भविष्य कहते थे । सभी को सही जानकारी होनी चाहिए जिससे देश में सही विचार धारा फलती फूलती रहे।
विचार गोष्ठी में अवधेश पाल सिंह, सुरेन्द्र कुमार यादव व अमिरका कुरील ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर विशाल कश्यप, मोहम्मद जमील अजीत सिंह, साहिद हसन टीपू, बृजेश चौहान, इज़हार तथा विश्वनाथ यादव, सहित दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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