अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के गुरुद्वारा परिसर में शुक्रवार को गुरु नानक देव जी के 150 वें जन्मोत्सव अवसर पर स्वैक्षिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया ।
15 नवंबर को गुरु नानक देव के जयंती अवसर पर बलरामपुर के गुरुद्वारा परिसर में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन गुरु सिंह सभा, बलरामपुर ने किया, जिसमें समाज में रक्तदान के महत्व को बढ़ावा देने और जरूरतमंद मरीजों को सहायता प्रदान करने का संदेश दिया गया। शिविर में हिमांशु दीक्षित ने अपना 52 वां रक्तदान किया। श्री दीक्षित ने बताया कि यह उनके लिए गर्व और संतोष का विशेष क्षण था। बलरामपुर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह 'धीरू' और डीपी सिंह ने हिमांशु के इस सराहनीय कार्य के लिए उन्हें सम्मानित किया ।सम्मान प्राप्त करने के बाद हिमांशु ने कहा, "यह मेरे जीवन का एक अनमोल पल है। रक्तदान न केवल दूसरों की मदद का माध्यम है, बल्कि यह मेरे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।" उन्होंने कहा कि रक्तदान को एक महादान कहा जाता है, क्योंकि यह जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। हर तीन सेकंड में किसी न किसी को रक्त की आवश्यकता होती है। एक यूनिट रक्त तीन लोगों की जान बचा सकता है।रक्तदान से रक्तदाता को हृदय रोगों का खतरा कम होता है और शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है। इस आयोजन की सफलता में गुरु सिंह सभा के पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा ।अध्यक्ष: सरदार परमजीत सिंह, सचिव सरदार अमरजीत सिंह, कोषाध्यक्ष सरदार कुलदीप सिंह, शिक्षा चेयरपर्सन सरदार प्रीतपाल सिंह प्रमुख हैं । डॉ. आकांक्षा, हिमांशु तिवारी, अशोक पांडे और सोनम की टीम ने शिविर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। शिविर में करीब 80 लोगों ने रक्तदान किया, जिसमें युवाओं ने विशेष उत्साह दिखाया। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, "रक्तदान एक ऐसा कार्य है, जिससे न केवल दूसरों की जिंदगी बचाई जा सकती है, बल्कि यह समाज में मानवता का संदेश भी फैलाता है।" उन्होंने सभी नागरिकों से नियमित रूप से रक्तदान करने की अपील की ।रक्तदाताओं को उनके योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस आयोजन ने समाज में यह संदेश दिया कि एक छोटा सा कदम भी बड़ा बदलाव ला सकता है।
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